संदेशखाली में यौन उत्पीड़न के कितने केस…अफसर मौन: पीड़ितों को पैसा देकर चुप कराने की कोशिश, मंत्रियों से महिलाएं बोलीं- इज्जत की कीमत मत लगाओ?

कोलकाता13 मिनट पहलेलेखक: प्रभाकर मणि तिवारी

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रविवार को बंगाल सरकार के दो मंत्री पार्थ भौमिक और सुजित बसु संदेशखाली के हालदारपाड़ा पहुंचे, तो महिलाएं इन पर बरस पड़ीं। (फाइल फोटो)

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हुए महिला यौन उत्पीड़न के मामले दबाने की कोशिश शुरू हो गई है। राज्य सरकार के अस्थायी कैंपों में एक हफ्ते में 1300 से ज्यादा शिकायतें आई हैं। अफसरों का कहना है कि इनमें जमीन हड़पने की 400 से ज्यादा शिकायतें हैं। जब उनसे यौन उत्पीड़न की शिकायतों पर पूछते हैं तो वे चुप हो जाते हैं।

संदेशखाली के ब्लॉक-1 के बीडीओ अरुण कुमार सामंत इन शिकायतों के सवाल पर दो टूक कह रहे हैं कि यह नहीं बता सकूंगा। कैंप खत्म होने का इंतजार कीजिए। जबकि एक दिन पहले अनुसूचित जनजाति आयोग ने बताया था कि उसके पास आदिवासी महिलाओं से यौन उत्पीड़न की 50 से ज्यादा शिकायतें हैं।

सामंत से जब इस बारे में पूछा तो वे बोले- आप आयोग से लिस्ट ले लीजिए। फिलहाल कैंप में मौजूद कोई भी अफसर यौन उत्पीड़न के मामलों का आंकड़ा नहीं दे रहा।

सूत्रों के मुताबिक, अफसरों को चुप रहने को कहा गया है। एक दिन पहले संदेशखाली पहुंचे सीएम ममता बनर्जी के मंत्रियों ने महिलाओं से मुलाकात के बाद अफसरों को चुप रहने के निर्देश दिए थे। यहां कई महिलाओं ने मंत्रियों का विरोध किया था। इस बीच, संदेशखाली मुद्दे पर विपक्ष के आरोपों में घिरीं ममता ने 10 मार्च को कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस की बड़ी रैली बुलाई है।

संदेशखाली की घटना पर भाजपा समर्थकों ने TMC के खिलाफ प्रदर्शन किया।

संदेशखाली की घटना पर भाजपा समर्थकों ने TMC के खिलाफ प्रदर्शन किया।

फैक्ट फाइंडिंग टीम को पुलिस ने नहीं जाने दिया
रविवार को इलाके का दौरा करने पहुंची स्वतंत्र फैक्ट फाइंडिंग टीम के सदस्यों को पुलिस ने रोक दिया। विवाद बढ़ा तो छह लोगों को हिरासत में ले लिया गया। टीम में पटना हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जैसे नामी सदस्य हैं।

फैक्ट फाइंडिंग टीम में पटना HC के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एल नरसिम्हा रेड्डी, ओपी व्यास, चारु वली खन्ना, भावना बजाज, राजपाल सिंह और संजीव नायक शामिल हैं।

फैक्ट फाइंडिंग टीम में पटना HC के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एल नरसिम्हा रेड्डी, ओपी व्यास, चारु वली खन्ना, भावना बजाज, राजपाल सिंह और संजीव नायक शामिल हैं।

महिलाओं ने मंत्रियों को घेरा, बोलीं- इज्जत की कीमत मत लगाओ?
सूत्रों के मुताबिक, रविवार को जब बंगाल सरकार के दो मंत्री पार्थ भौमिक और सुजित बसु संदेशखाली के हालदारपाड़ा पहुंचे, तो महिलाएं इन पर बरस पड़ीं। दरअसल, मंत्रियों ने इन्हें मुआवजे के तौर पर कुछ राशि और जमीन का बकाया पैसा दिलाने का आश्वासन दिया तो महिलाएं आक्रोशित हो गईं।

उन्होंने कहा कि क्या सरकार मामूली पैसा देकर हमारी इज्जत की कीमत लगा रही है? थोड़ी देर बाद जब टीएमसी का एक और नेता अजीत मैती पहुंचा तो लोग उसे मारने दौड़े। अजीत 4 घंटे एक घर में छिपा रहा। बाद में पुलिस ने उसे बचाया। अजीत मुख्य आरोपी शाहजहां शेख का स्थानीय गुर्गा है।

शाहजहां कैसे मजदूर से माफिया बना
आरोपी शाहजहां संदेशखाली में कहां से आया, ये कोई नहीं जानता। 2000-2001 में वो मत्स्य केंद्र में मजदूर था। सब्जी भी बेची। फिर ईंट-भट‌्ठे पर काम करने लगा। यहीं उसने मजदूरों की यूनियन बनाई। फिर सीपीएम से जुड़ा।

सिंगूर और नंदीग्राम आंदोलन में वामदलों की जमीन खिसकी तो 2012 में वो तृणमूल के तत्कालीन महासचिव मुकुल रॉय और उत्तर 24 परगना जिले के ताकतवर नेता ज्योतिप्रिय मलिक के सहारे पार्टी से जुड़ गया। जिस राशन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय शाहजहां को खोज रहा है, उसी केस में मलिक जेल में हैं। गांव वालों ने बताया कि शाहजहां के पास सैकड़ों मछली पालन केंद्र, ईंट भट्‌ठे, सैकड़ों एकड़ जमीन हैं। वो 2 से 4 हजार करोड़ की संपत्ति का मालिक है।

TMC नेता शेख शाहजहां के घर 5 जनवरी को ED की टीम पहुंची थी। उस दिन से वह फरार चल रहा है।

TMC नेता शेख शाहजहां के घर 5 जनवरी को ED की टीम पहुंची थी। उस दिन से वह फरार चल रहा है।

भाजपा ने 22 फरवरी को वीडियो जारी कर महिलाओं की आपबीती बताई थी

भाजपा ने संदेशखाली में महिलाओं से यौन उत्पीड़न मामले में सोशल मीडिया पर 22 फरवरी को एक वीडियो भी जारी किया था। भाजपा ने कैप्शन में लिखा- संदेशखाली का ऐसा सच जो हमारी अंतरात्मा को झकझोर कर रख देगा। ममता बनर्जी इस सच को छिपाने की कोशिश कर रही हैं।

20 मिनट 41 सेकेंड के इस वीडियो में महिलाएं अपनी आपबीती सुना रही हैं। इसमें एक महिला ने दावा किया कि TMC नेता शिब प्रसाद हाजरा यानी शिबू हाजरा उन्हें घर से उठवाकर ले जाता था। TMC के लोग लड़कियों की सुंदरता देखकर उन्हें अपने साथ ले जाते थे। उनके लिए लड़कियां एंटरटेनमेंट थीं।

एक महिला ने बताया कि हाजरा के लोग रात के दो बजे बुलाने आते थे। कहते थे कि दादा (शिबू हाजरा) बुला रहे हैं। उनका आदेश मतलब भगवान का आदेश। मैं रात के दो बजे जाती थी और सुबह 5 बजे आती थी। मैं दुकान चलाती हूं। उनके बुलाने पर नहीं जाती तो मेरी दुकान तोड़ देते। पूरी खबर पढ़ें…

शेड्यूल ट्राइब्स और ह्यूमन राइट्स कमीशन ने मांगी रिपोर्ट

नेशनल कमीशन फॉर शेड्यूल ट्राइब्स (NCST) की टीम गुरुवार को संदेशखाली रवाना हुई।

नेशनल कमीशन फॉर शेड्यूल ट्राइब्स (NCST) की टीम गुरुवार को संदेशखाली रवाना हुई।

नेशनल कमीशन फॉर शेड्यूल ट्राइब्स (NCST) की एक टीम गुरुवार (22 फरवरी) को संदेशखाली पहुंची। NCST के वाइस चेयरमैन अनंत नायक ने कहा कि हम DGP राजीव कुमार और बंगाल के चीफ सेक्रेटरी बीपी गोपालिका से रिपोर्ट मांगेंगे। हमने उन्हें तीन दिन का समय दिया है।

संदेशखाली मामले की जांच के लिए नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन (NHRC) की एक विशेष टीम भी गुरुवार को संदेशखाली का दौरा करेगी। NHRC ने भी चीफ सेक्रेटरी और DGP को नोटिस जारी कर आरोपियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर चार हफ्ते के भीतर रिपोर्ट मांगी है।

संदेशखाली मामले में TMC के 3 नेता आरोपी, इनमें दो गिरफ्तार

संदेशखाली में TMC नेता शेख शाहजहां और उसके दो साथियों शिबू हाजरा और उत्तम सरदार पर आरोप है कि वे महिलाओं का गैंगरेप कर रहे थे। इस केस में शिबू हाजरा और उत्तम सरदार समेत 18 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। शाहजहां अब तक फरार है।

शाहजहां शेख TMC का डिस्ट्रिक्ट लेवल का नेता है। राशन घोटाले में ED ने 5 जनवरी को उसके घर पर रेड की थी। तब शाहजहां के 200 से ज्यादा सपोर्टर्स ने टीम पर अटैक कर दिया। अफसरों को जान बचाकर भागना पड़ा। तभी से शाहजहां शेख फरार है। हालांकि संदेशखाली के लोगों का कहना है कि वो कहीं नहीं गया, यही हैं।

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संदेशखाली पर बंगाल सरकार को हाईकोर्ट की फटकार: कहा- शाहजहां समस्या की जड़, उसे क्यों नहीं पकड़ा

संदेशखाली केस को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने 20 फरवरी को बंगाल सरकार को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा- शुरुआती तौर पर ये साफ है कि टीएमसी नेता शाहजहां ने लोगों को नुकसान पहुंचाया। जिस शाहजहां पर रेप और जमीन हड़पने के आरोप हैं, ऐसा लगता है कि वो पुलिस की पहुंच से बाहर है। पूरी खबर पढ़ें…

ममता बोलीं- संदेशखाली RSS का गढ़:यहां तनाव पैदा करने की भयानक साजिश हो रही, यहां पहले भी दंगे हुए

पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं से यौन उत्पीड़न मामले में CM ममता बनर्जी ने गुरुवार (15 फरवरी) को विधानसभा में अपनी बात रखी। ममता ने कहा कि संदेशखाली में तनाव पैदा करने की भयानक साजिश चल रही है। संदेशखाली RSS का गढ़ है। वहां 7-8 साल पहले भी दंगे हुए थे। यह संवेदनशील स्थलों में से एक है। पूरी खबर पढ़ें…

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