शिवांश केस में चौंकाने वाला खुलासा: प्रेमिका ने साथ रहने की जिद की तो गला दबाकर मौत के घाट उतारा, सूटकेस में लाश भरकर फेंकी; फिर बेटे को गोशाला में छोड़ा

गांधीनगर7 घंटे पहले

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डेढ़ वर्षीय शिवांश की मां हिना के साथ आरोपी सचिन की फाइल फोटो।

गांधीनगर के पेठापुर के पास गोशाला में शुक्रवार को एक पिता अपने डेढ़ साल के मासूम बेटे शिवांश को छोड़ गया है। अब इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि शिवांश की मां की हत्या के बाद पिता किसी तरह बेटे से छुटकारा चाहता था। इसी के चलते वह शुक्रवार की रात उसे गोशाला में छोड़कर फरार हो गया था।

शुक्रवार की रात करीब 8.30 पर शिवांश को गोशाला में छोड़कर फरार हो गया था सचिन।

शुक्रवार की रात करीब 8.30 पर शिवांश को गोशाला में छोड़कर फरार हो गया था सचिन।

शुक्रवार दोपहर को की थी हिना की हत्या
गांधीनगर पुलिस की पूछताछ में आरोपी सचिन दीक्षित ने बताया कि शिवांश अहमदाबाद में रहने वाली उसकी प्रेमिका हिना की कोख से जन्मा है। शिवांश के जन्म के बाद से ही हिना उस पर दबाव डाल रही थी कि वह अपनी पत्नी को छोड़कर उसके पास ही रहे। शुक्रवार की दोपहर भी दोनों के बीच इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसी दौरान सचिन ने गला दबाकर हिना की हत्या कर दी थी। इसके बाद लाश सूटकेस में भरकर फेंक आया था। वहीं, डेढ़ साल के बेटे शिवांश से छुटकारा पाने के लिए उसे गोशाला में छोड़ आया था।

प्रेमिका हिना और बेटे शिवांश के साथ सचिन।

प्रेमिका हिना और बेटे शिवांश के साथ सचिन।

शादी-शुदा होने के बाद भी हिना से बनाए प्रेम संबंध
वडोदरा की कंपनी में असिस्टेंट मैनेजर की नौकरी करने वाले सचिन के परिवार में माता-पिता, पत्नी और 5 साल का बेटा भी है। उसकी पत्नी अनुराधा जीआईडीसी में अपनी कंपनी चलाती है। सचिन की करीब दो साल पहले अहमदाबाद में रहने वाली मेंहदी उर्फ हिना से मुलाकात हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच प्यार पनपा और हिना ने शिवांश को जन्म दिया। हिना बेटे के साथ अहमदाबाद में किराए के फ्लैट में रहती थी। वहीं, सचिन महीने में आधे दिन हिना के साथ तो आधे दिन पत्नी और परिवार के साथ रहा करता था।

गांधीनगर स्थित स्वामीनारायण गोशाला, जहां बच्चे को छोड़कर भाग निकला था पिता।

गांधीनगर स्थित स्वामीनारायण गोशाला, जहां बच्चे को छोड़कर भाग निकला था पिता।

कैसे पकड़ा पुलिस ने
गृह राज्य मंत्री हर्ष सिंघवी के निर्देश पर 100 से अधिक पुलिसकर्मियों की टीम बच्चे के परिवार की तलाश में लगी हुई थी। गोशाला से लेकर गांधीनगर के 65 सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए और इसी दौरान पता चला कि गोशाला के पास एक कार आई और गई थी। कार सचिन दीक्षित के नाम पर ही थी। सचिन की जानकारी मिलने पर उसके मोबाइल की लोकेशन कोटा में मिली और इस तरह गुजरात पुलिस सचिन को कोटा से पकड़कर गांधीनगर ले आई।

गांधीनगर की कॉर्पोरेटर दीप्ती पटेल ने मां की तरह बच्चे की देखभाल की।

गांधीनगर की कॉर्पोरेटर दीप्ती पटेल ने मां की तरह बच्चे की देखभाल की।

पार्षद दीप्ती पटेल बनीं मां यशोदा
गोशाला के बाहर सेवकों ने शिवांश के रोने की आवाज सुनी थी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। वहीं, जब यह खबर स्थानीय पार्षद दीप्ति पटेल तक पहुंची, तबसे वे ही शिवांश की देखभाल कर रही हैं। फिलहाल शिवांश को अहमदाबाद के ओढ़व चाइल्ड केयर सेंटर में रखा गया है, जहां चिकित्सकों द्वारा उसकी अच्छी तरह से देखभाल की जा रही है।

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