विपक्ष के हंगामे पर भावुक हुए वैंकेया नायडू: राज्यसभा सभापति बोले- लोकतंत्र के मंदिर की बेअदबी होने से रातभर सो नहीं पाया

नई दिल्लीकुछ ही क्षण पहले

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संसद के मानसून सेशन में मंगलवार को राज्यसभा में हुए हंगामे पर बोलते हुए राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर की बेअदबी होने से वे रातभर सो नहीं पाए। कल जो कुछ हुआ, वह लोकतंत्र के खिलाफ है। नायडू ने कहा कि विपक्ष सरकार को मजबूर नहीं कर सकता है। सदस्य विरोध कर सकते हैं, लेकिन सभापति को क्या करना है, क्या नहीं करना है इस बारे में नहीं बता सकते हैं।

उच्च सदन में हंगामा करने वाले सांसदों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। कल विपक्षी दलों के नेता वेल में पहुंचे और डेस्क पर चढ़कर उन्होंने आसन की तरफ रूल बुल भी फेंक दी। हालांकि, यह सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद हुआ था।

लोकसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित
लोकसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है। तय समय से दो दिन पहले ही निचला सदन स्थगित किया गया है। कहा जा रहा है कि सदन में लगातार जारी हंगामे को देखते यह फैसला लिया गया है। वहीं, विपक्षी नेताओं की नारेबाजी को देखते हुए राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई है। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई है।

सेशन शुरू होने से पहले दोनों सदनों के विपक्षी दलों के फ्लोर नेताओं की बैठक हुई। यह मीटिंग राज्यसभा के विपक्ष के नेता के चैंबर में हुई। इस दौरान सदन में आज के कामकाज को लेकर विपक्ष रणनीति बनाई गई।

राज्यसभा में पेश हो सकता है 127वां संविधान संशोधन विधेयक
OBC की लिस्टिंग करने का अधिकार देने वाला बिल मंगलवार को लोकसभा में पास हो गया। इसके पक्ष में 385 वोट पड़े, जबकि विपक्ष में एक भी नहीं। बिल को आज राज्यसभा में पेश किया जा सकता है। माना जा रहा है कि यहां भी यह विधेयक आसानी से पास हो जाएगा।

इस बिल के दोनों सदनों से मंजूर होने के बाद राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारें सामाजिक, शैक्षणिक दृष्टि से पिछड़े वर्गों की लिस्टिंग कर सकेंगी। राज्यों की ये शक्ति सुप्रीम कोर्ट के मराठा आरक्षण मामले में दिए गए फैसले के बाद खत्म हो गई थी।

लोकसभा में कांग्रेस सांसदों ने स्थगन प्रस्ताव भेजा
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस भेजा है। वहीं, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने पेगासस मामले पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। इसके अलावा कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कृषि कानूनों पर चर्चा की मांग को लेकर राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ नोटिस भेजा है।

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