ललितपुर में प्रियंका गांधी: खाद के लिए जान गंवाने वाले किसान की बेटी दर्द बयां करते हुए बेहोश हुई, प्रियंका ने अपने हाथों से पिलाया पानी

ललितपुर5 मिनट पहले

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  • प्रियंका ने 4 किसान परिवारों को 5-5 लाख की मदद देने का भरोसा दिया

कांग्रेस महासचिव और UP प्रभारी प्रियंका गांधी मिशन 2022 को लेकर एक्टिव हैं। शुक्रवार को वे सुबह सात बजे ललितपुर पहुंचीं। कुछ देर बाद सरकारी गेस्ट हाउस में ठहरने के बाद 9:15 बजे प्रियंका गांधी पंडयाना गांव में खाद के लिए जान गंवाने वाले किसान बल्लू पाल के परिवार से मुलाकात की। यहां तीन अन्य किसानों के परिवार भी थे, जिन्होंने खाद के लिए अपनी जान गंवाई थी। प्रियंका ने यहां एक कमरे में बैठकर पीड़ित परिजनों का उनका दर्द जाना।

अपनी पीड़ा बताते हुए मृतक भोगीराम पाल की बेटी सविता बेहोश हो गई तो प्रियंका ने उसे अपने हाथों से गिलास से पानी पिलाया। सविता ने ही बताया था कि उसके परिवार पर 4 लाख का कर्ज है। इसके बाद प्रियंका से सभी किसान परिवारों ने आर्थिक संकट की बात कही तो उन्होंने ने सभी को 5-5 लाख की आर्थिक मदद देने के लिए भरोसा दिया। कहा कि कांग्रेस पार्टी कर्ज चुकाएगी। पांच लाख की मदद करेगी। बच्चों की पढ़ाई की जिम्मा भी कांग्रेस लेगी। इससे पहले लखीमपुर हिंसा में पीड़ित 4 किसानों के परिवारों को छत्तीसगढ़ और पंजाब सरकार ने 50-50 लाख की मदद दी थी।

किसान की बेटी को अपने हाथों से पानी पिलातीं प्रियंका गांधी।

किसान की बेटी को अपने हाथों से पानी पिलातीं प्रियंका गांधी।

एक घंटे किसान के घर रहीं प्रियंका गांधी

प्रियंका गांधी बल्लू पाल के घर करीब एक घंटे रहीं। इसके बाद वह दतिया (मध्यप्रदेश) के लिए निकल गईं हैं। यहां वह मंदिर में माता के दर्शन करेंगी। झांसी के रास्ते वह दतिया कार से जा रहीं हैं। ​​​ललितपुर में अब तक 4 किसानों की मौत हो चुकी है। ये सभी खाद न मिलने से परेशान थे। दो किसानों की लाइन में लगने के बाद बीमार होने से मौत हुई, तो एक ने फांसी लगा ली। एक हफ्ते से हर दिन किसान आक्रोश जताकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।

प्रियंका गांधी ने एक बच्ची को इस तरह दुलारा।

प्रियंका गांधी ने एक बच्ची को इस तरह दुलारा।

ललितपुर में किसान बबलू पाल के परिवारवालों से बात करतीं प्रियंका गांधी। वे साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन से ललितपुर पहुंची थीं।

ललितपुर में किसान बबलू पाल के परिवारवालों से बात करतीं प्रियंका गांधी। वे साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन से ललितपुर पहुंची थीं।

हफ्ते भर में इन चार किसानों ने गंवाई जान
22 अक्टूबर: खाद के लिए दो दिन से लाइन में लगे नयागांव निवासी 55 वर्षीय किसान भोगी पाल की मौत हो गई थी।
25 अक्टूबर: कोतवाली सदर क्षेत्र के मैलवारा खुर्द निवासी सोनी अहिरवार (40) फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
26 अक्टूबर: थाना नाराहट के ग्राम बनयाना निवासी 30 साल के किसान महेश बुनकर की मौत हो गई थी।
27 अक्टूबर: बल्लू पाल ने फांसी लगाई।

ट्रेन के AC क्लास में बैठीं प्रियंका गांधी।

ट्रेन के AC क्लास में बैठीं प्रियंका गांधी।

लखनऊ में कुलियों का जाना हाल
इससे पहले 11:30 बजे लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचीं। यहां पहले उन्होंने स्टेशन पर कुलियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उनका हाल जाना। इसके बाद लखनऊ से ललितपुर की यात्रा उन्होंने साबरमती एक्सप्रेस में AC क्लास में तय की।

कुलियों से उनकी परेशानियों की जानकारी लेतीं प्रियंका गांधी।

कुलियों से उनकी परेशानियों की जानकारी लेतीं प्रियंका गांधी।

ललितपुर महिलाओं ने तिलक लगाकर किया स्वागत
ललितपुर में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य और राष्ट्रीय सचिव व बिहार प्रभारी बृजलाल खाबरी, बुंदेलखंड प्रभारी प्रदीप नरवाल, राष्ट्रीय महासचिव व मध्य प्रदेश प्रभारी ने प्रियंका गांधी का स्वागत किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया। महिलाओं ने उनका तिलक लगाकर स्वागत किया। उनके साथ सेल्फी लेने का भी क्रेज दिखा। स्टेशन से सीधे कार से PWD गेस्ट हाउस पहुंचीं।

लखनऊ में कुलियों के बीच प्रियंका गांधी। कुलियों ने उन्हें कोरोनाकाल में आई आर्थिक परेशानियों के बारे में बताया।

लखनऊ में कुलियों के बीच प्रियंका गांधी। कुलियों ने उन्हें कोरोनाकाल में आई आर्थिक परेशानियों के बारे में बताया।

खाद न मिलने से बल्लू पाल ने लगाई थी फांसी
प्रियंका गांधी कस्बा पाली में खाद नहीं मिलने व कर्ज के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले किसान बल्लू पाल के घर पहुंची हैं। इससे पहले 22 अक्टूबर को थाना जाखलौन के ग्राम नयागांव निवासी भोगीराम पाल की मौत खाद के लिए लाइन लगे रहने के दौरान हो गई थी। 25 अक्टूबर को ग्राम मैलवारा खुर्द निवासी सोनी अहिरवार ने फांसी लगाकर की आत्महत्या कर ली थी।

ललितपुर में स्टेशन पर भीड़ के बीच होकर गुजरतीं प्रियंका गांधी।

ललितपुर में स्टेशन पर भीड़ के बीच होकर गुजरतीं प्रियंका गांधी।

किसानों के मुद्दे पर लगातार हमलावर प्रियंका गांधी
इससे पहले 23 अक्टूबर को प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया के जरिए किसानों का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा था कि किसान की धान की खरीद नहीं हो पा रही है। ऐसे में उसने मंडी में अपने धान में आग लगा दी। उन्होंने ललितपुर का भी जिक्र किया था। लिखा था कि खाद को लेकर बदइंतजामी के कारण ललितपुर के एक किसान की लाइन में खड़े-खड़े मौत हो गई। UP की भाजपा सरकार किसानों को प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

ललितपुर स्टेशन पर ट्रेन से उतरतीं प्रियंका गांधी।

ललितपुर स्टेशन पर ट्रेन से उतरतीं प्रियंका गांधी।

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