रेवाड़ीएक घंटा पहले
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पुरानी हवेली से निकले तीर दिखाते हुए लोग।
हरियाणा के रेवाड़ी जिले के कंवाली गांव में 100 साल पुरानी हवेली में चल रही खुदाई के दौरान पुराने तीर निकले। गांव में नए सिरे से बनाने के लिए एक हवेली को तोड़ने और उसकी खुदाई का काम चल रहा है। इस दौरान जमीन के नीचे दबे हुए यह तीर मिले। पुराने तीर निकलने की सूचना मिलने के बाद आसपास के गांवों से लोग इन्हें देखने पहुंच रहे हैं।
रेवाड़ी के कंवाली गांव में तकरीबन 100 साल पुरानी एक हवेली है जो पूरी तरह खंडहर हो चुकी है। इसका मालिक जर्जर हो चुकी बिल्डिंग को तुड़वाकर इसकी जगह नई हवेली बनाना चाहता है। इसके लिए उसने हवेली को तोड़ने का काम शुरू कराया।
गांव कंवाली की 100 साल पुरानी हवेली से निकले तीर।
बांस की लकड़ी से बने हैं तीर
हवेली को तोड़ने का ठेका लेने वाले कंवाली गांव के सुभाष मिस्त्री ने बताया कि इस हवेली में पुराने जमाने की ईंटें, छत्त में लकड़ी के मोटे गॉर्डरनुमा स्लीपर और कातला-पट्टी लगे थे। हवेली की दीवारों पर गेट और खिड़कियां भी राजा-महाराजाओं के महलों की तरह बने थे। उन्होंने कई दिन पहले खंडहर हो चुकी पुरानी इमारत को तोड़ना शुरू किया। रविवार को खुदाई के दौरान कई फीट नीचे दबे हुए कई तीर निकले। बांस की लकड़ी से बने इन तीरों की नोक लोहे की है। यह लोहा जंग लगने के बावजूद काफी अच्छी स्थिति में है।
गांव कंवाली की पुरानी हवेली।
पुराने जमाने की और चीजें मिलने की उम्मीद
सुभाष ने बताया कि खुदाई के बाद जब उनके मजदूर मलबा हटा रहे थे तो यह तीर निकले। मजदूरों के सूचना देने पर वह मौके पर पहुंचे और इन तीरों को पूरी सावधानी से साफ करवाया। फिलहाल 5 तीर निकले हैं लेकिन आगे खुदाई के साथ यहां पुराने जमाने की कई और चीजें भी मिल सकती हैं।
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