रेलवे यूनियनों के शक्ति प्रदर्शन में फंसी उदयपुर-आगरा ‘वंदे भारत’, DRM-GM के मौन से हालात बेकाबू, तोड़फोड़ पर तमाशबीन रेलवे बोर्ड

  • वंदे भारत में वर्किंग को लेकर बढ़ता जा रहा है विवाद, गंगापुर और आगरा में एक-दूसरे के क्रू कर्मी की पटाई-कपड़े फाड़ डाले गये  
  • ट्रेन में तोड़फोड़,  कांच और लॉक तोड़ा, तोड़फोड़ का वीडियो बनाते रहे आरपीएफ के जवान, रोकने की नहीं की गयी पहल 

AGRA/KOTA. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष फोकस वाली ट्रेन वंदे भारत में तोड़फोड़, कर्मचारियों के बीच मारपीट, हर दिन हो रहे हंगामे पर रेलवे का बोर्ड का मौन गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है. हम बात कर रहे हैं उदयपुर सिटी-आगरा कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस की जिसमें इन दिनों कर्मचारियों के बीच वर्किंग का विवाद यूनियन की खींच-तान से विस्फोटक रूप लेता जा रहा है. गंगापुर और आगरा में बीते एक सप्ताह में एक-दूसरे के गार्ड व चालक की पिटाई की गयी और उनके कपड़े तक फाड़ डाले गये. गंगापुर जीआरपी ने इसका मामला भी दर्ज किया गया. वंदे भारत ट्रेन के कांच और लॉक भी तोड़ा डाले गये. आलम यह है कि अपने-अपने क्षेत्र में प्रभावी यूनियनें गंगापुर व मथुरा में क्रू मेंबरों पर हमले कर रही हैं.

गंगापुर में आगरा की क्रू टीम को मारपीट कर उतारा गया

कोटा से गंगापुर के चालक जब ट्रेन लेकर आगरा पहुंचे तो वापसी में आगरा के स्टॉफ ने धक्कामुक्की करते हुए गंगापुर के चालकों को जबरन ट्रेन के कैबिन से उतार दिया. आगरा के गार्ड-ड्रावइर ट्रेन लेकर गंगापुर पहुंचे. यहां पर भी गंगापुर स्टॉफ और कर्मचारी संगठनों ने हंगामा किया और नारेबाजी करते हुए आगरा के गार्ड-ड्राइवरों को जबरन ट्रेन से उतारने की कोशिश की. अनहोनी की आशंका के चलते आगरा के गार्ड और चालक ने कैबिन का दरवाजा बंद कर लिया. तो गंगापुर स्टॉफ ने चालक के कैबिन का दरवाजा जबरन खुलवा और गंगापुर के स्टॉफ ने आगरा के चालकों को नीचे उतारकर खुद ट्रेन चलाने के लिए कैबिन में कब्जा जमा लिया. यहां क्रू मेंबर की पिटाई की गयी और कपड़े तक फोड़ डाले गये. आरपीएफ के हस्तक्षेप से क्रू का बचाया जा सका. यहां वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के नेताओं ने मोर्चा खोल रखा था.

यूनियन नेताओं ने क्या कहा, यह भी जानें  

रेलवे यूनियनों के शक्ति प्रदर्शन में फंसी उदयपुर-आगरा 'वंदे भारत एक्सप्रेस', DRM-GM के मौन से हालात बेकाबू, तोड़फोड़ पर तमाशबीन रेलवे बोर्डआज की ट्रेन का जो डिटेंशन हुआ है वह आगरा कैंट के कर्मचारियों के ऊपर जायेगा. हम गंगापुर से कोटा एनसीआर स्टॉफ को वंदे भारत नहीं ले जाने देंगे. गंगापुर स्टाफ गाड़ी को ले जा सकता था लेकिन आगरा कैंट स्टाफ को रेलवे ने वेस्ट किया है. इससे रेलवे को हर माह पांच लाख का नुकसान होगा. हम गांधीवादी तरीके से आंदोलन जारी रखेंगे.

डीके शर्मा, डिवीजनल कोषाध्यक्ष, वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ

रेलवे यूनियनों के शक्ति प्रदर्शन में फंसी उदयपुर-आगरा 'वंदे भारत एक्सप्रेस', DRM-GM के मौन से हालात बेकाबू, तोड़फोड़ पर तमाशबीन रेलवे बोर्डमान्यता के चुनाव में साख बचाने के लिए AIRF /NFIR से संबंद्ध यूनियनें गंगापुर सिटी स्टेशन पर आगरा मण्डल के क्रू एवं ट्रेन मैनेजर से मारपीट एवं दुर्व्यवहार कर गाड़ी को विलंबित करने का षडयंत्र करते हुए अराजकता फैला रही हैं.  वंदे भारत 20981/20982 का संचालन के लिए आदेश उत्तर मध्य रेलवे प्रशासन ने लिया है, यह बात AIRF /NFIR से संबंद्ध यूनियनों को हजम नहीं हो रही. ट्रेन मैनेजर राघवेन्द्र सारस्वत द्वारा दर्ज FIR  व CCTV फुटेज के आधार पर प्रशासन निष्पक्ष जांच व कार्रवाई करे. आगरा छावनी के क्रू एवं ट्रेन मैनेजर को सुरक्षा प्रदान की जाये.

बंदी बदन झा, मंडल मंत्री, उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ, आगरा

 

घटनाक्रम का वायरल वीडियो एक्स पर देखें 

https://x.com/rajtoday/status/1832314539976651215

घुसा मारकर तोड़ा कांच

वायरल वीडियो में बीते दिनों की घटना देखी जा सकती है. गार्ड कै कैबिन का दरवाजा खुलवाने लिए एक दर्जन से अधिक कर्मचारी लगे थे. बाहर से कर्मचारी औजारों की मदद से दरवाजे का लॉक खोलने की कोशिश कर रहे थे. कर्मचारियों ने लॉक में घुसे औजारों पर पत्थर भी मारे. काफी प्रयास के बाद बाद भी लॉक नहीं खुलता देख गुस्से में आए एक कर्मचारी ने दरवाजे के कांच पर जोर से मुक्का मार दिया. इस प्रहार से दरवाजे का शीशा चटक गया. इस दौरान काफी मशक्कत के बाद लॉक भी टूट गया.

रेलवे यूनियनों के शक्ति प्रदर्शन में फंसी उदयपुर-आगरा 'वंदे भारत एक्सप्रेस', DRM-GM के मौन से हालात बेकाबू, तोड़फोड़ पर तमाशबीन रेलवे बोर्ड

वंदे भारत के कैब का दरवाजा तोड़ने का प्रयास कर रहे रेलकर्मी

लॉक टूटने के बाद कर्मचारियों ने केबिन का दरवाजा खोलकर अंदर बैठे आगरा के गार्ड राघवेंद्र सारस्वत को बाहर निकाल कर प्लेटफार्म पर ही उसकी पिटाई कर दी. राघवेंद्र की कमीज फाड़ डाला. राघवेंद्र ने अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ ड्यूटी से जबरन उतार कर मारपीट और अभ्रदता करने का मामला करवाया है. इस घटना के कारण 10 मिनट से अधिक समय तक गंगापुर में वंदे भारत खड़ी रही.

मोबाइल में वीडियो बनाती रही आरपीएफ

दरवाजे का लॉक और कांच तोड़े जाने के दौरान आरपीएफ के लोग मौके पर मौजूद थे. लेकिन कर्मचारियों को लॉक और कांच तोड़ने से रोकने की जगह आरपीएफ के लोग घटनाक्रम का वीडियो बनाते रहे. एक जवान ने कांच तोड़ने वाले कर्मचारी का नाम पूछने की कोशिश की. लेकिन शीशा और लॉक तोड़कर तोड़कर रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचने के मामले में गंगापुर आरपीएफ ने दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करना जरुरी नहीं समझा है.

आगरा में पिटा गंगापुर का गार्ड

इस घटना की सूचना आगरा में मिलने पर यहां के कर्मचारियों ने जमुनाब्रिज-कोटा पैसेंजर ट्रेन लेकर आने वाले गार्ड रामकेश मीणा के साथ ईदगाह स्टेशन पर मारपीट की और उसके कपड़े फाड़ डाले. लाइन बॉक्स उठाकर पटरी पर फेंक दिया. बाद में रामकेश यात्रियों की मदद से जैसे-तैसे अपना लाइन बॉक्स उठाकर कोटा के लिए रवाना हुआ. रामकेश द्वारा ट्रेन पहुंचने पर गंगापुर में आगरा के कर्मचारियों के खिलाफ मारपीट करने और कपड़े फाडऩे की रिपोर्ट दर्ज करवाने की बात कही जा रही है.

आज भी हो सकता है झगड़ा

सूत्रों ने बताया कि यदि समस्या का हल नहीं हुआ तो यह विवाद  आगे भी झड़प बनकर सामने आ सकता है. आगरा के स्टॉफ द्वारा मथुरा में गंगापुर के क्रू तो गंगापुर में मथुरा के क्रू को पिटने की योजना तैयार की जा रही है. रेलवे बोर्ड के मौन के बीच रेलकर्मियों के बीच का यह विवाद गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है.

चार दिन पहले भी हुआ था झगड़ा

मालूम हो कि ट्रेन चलने के पहले दिन सोमवार को भी आगरा और गंगापुर में ट्रेन चालकों का झगड़ा हुआ था. दोनों ने एक दूसरे के चालकों की पिटाई भी की थी. इसके बाद भी रेलवे बोर्ड पूरे मामले पर मौन रहा. जीएम से लेकर डीआरएम तक को यह समस्या गंभीर नहीं लगी. मीडिया ने गुरुवार को झगड़े की आशंका भी जतायी लेकिन रेल प्रशासन ने विवाद को रोकने के लिए न इंतजाम किया न ही कोई स्पष्ट आदेश ही जारी किया. रेलकर्मियों के बीच यह बात चर्चा का विषय बन गया हैकि आखिर इस गंभीर मामले में उपद्रवी कर्मचारियों व यूनियन नेताओं के आगे रेल प्रशासन नतमस्तक क्यूं नजर आ रहा है?

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