रेलवे बोर्ड का फर्जी डायरेक्टर पकड़ाया, फर्जी पास पर फर्स्ट एसी में कर रहा था यात्रा

MATHURA. रेलवे बोर्ड का डायरेक्टर बताकर मुफ्त में फर्स्ट एसी में सफर करने वाले रविंद्र पांडे उर्फ राम गोपाल विश्वकर्मा को आरपीएफ की टीम ने सीटीसी स्क्वाड रेलवे बोर्ड की निशानदेही पर 20403 प्रयागराज लालगढ़ एक्सप्रेस से गिरफ्तार कर लिया है. खुद को रेलवे बोर्ड का डायरेक्टर बताने वाला राम गोपाल विश्वकर्मा 1043 शिवाजी नगर ठाथीपुर ग्वालियर, मध्य प्रदेश निवासी का निवासी है. उसके पास से  एक दर्जन से अधिक प्रथम श्रेणी कोच में सफर करने के रेलवे पास, 70166 रुपये की नकदी, आईडी कार्ड आदि बरामद किये गये है.

रेलवे बोर्ड की एलआईयू टीम की सूचना पर यह कार्रवाई की गयी है. 20403 प्रयागराज लालगढ़ एक्सप्रेस में में सीटीआई एमके भूटान, टीटीई सिद्धार्थ शंकर शर्मा ने एच-वन कोच में अवैध रेलवे पास पर आरक्षण कराकर करने वाले संदिग्ध की सूचना आरपीएफ इंस्पेक्टर अवधेश गोस्वामी को दी थी. उस सूचना पर ट्रेन के आने के बाद आरपीएफ ने रेलवे बोर्ड के तथाकथित फर्जी डायरेक्टर रविंद्र पांडे को पकड़ा. उसे रेल पुलिस के हवाले कर दिया गया है.

स्टेशन निदेशक एसके श्रीवास्तव पत्रकारों को बताया कि रेलवे बोर्ड का फर्जी अफसर फ्री पास पर यात्रा करने वाले को पकड़ा गया है. यह पता लगाया जा रहा है कि इस रैकेट में और कितने लोग शामिल हैं. जीआरपी थाना प्रभारी निरीक्षक समर बहादुर ने बताया कि रेलवे बोर्ड का डायरेक्टर बनकर अवैध तरीके से यात्रा करने वाले राम गोपाल विश्वकर्मा के खिलाफ टीटी स्टाफ सिद्धार्थ शर्मा ने शिकायत दर्ज करायी है. रेल पुलिस को आशंका है कि पकड़े गये राम गोपाल के पास बड़ी राशि मिली है. ऐसे में वह रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह से जुड़ा हो सकता है.