रेलमंत्री के औचक निरीक्षण में कार्यालय में नहीं मिले कई अधिकारी-कर्मचारी, जतायी नाराजगी | Rail Hunt

  • रेल मंत्रालय में बदलाव की शुरुआत, जीएम और डीआरएम कार्यालय तक आहट

नई दिल्ली. रेल मंत्रालय का प्रभार लेने के बाद मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंत्रालय के कील-कांटों को दुरुस्त करना शुरू कर दिया है. पहले कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ सौहाद्रपूर्ण माहौल बनाने की पहल करने वाले वैष्णव ने धीरे-धीरे सिस्टम को कसना शुरू कर दिया है. इसी क्रम में रेलमंत्री सोमवार को बिना किसी पूर्व सूचना के सुबह 9 बजे रेल भवन पहुंचे और तत्काल सभी कार्यालयों का निरीक्षण कर पदाधिकारी व कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच की. मालूम हो कि रेलमंत्री ने प्रभार लेने के ठीक बार ड्यूटी रोस्टर में बदलाव और कार्यप्रणाली में सुधार के हिदायत दी थी.

हालांकि इसका असर रेल मंत्रालय पर नहीं पड़ा और पहले ही दिन औचक निरीक्षण में कई अधिकारी व कर्मचारी निर्धारित समय पर कार्यालय नहीं पाये गये. यह देखकर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने नाराजगी जताते हुए लापरवाही लोगों के लिए कड़ा निर्देश जारी कर दिया. सभी विभागीय प्रमुखों को जारी आदेश में समय का सख्ती से पालन करने की चेतावनी दी गयी.

रेलमंत्री के आदेश के तत्काल बाद रेलवे बोर्ड के सचिव की ओर से एक आदेश जारी किया गया जिसमें पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को चेताया गया है. स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि रेलमंत्री के औचक निरीक्षण में विलंब से आने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है. सचिव ने निर्धारित समय पर कार्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित कराने का आदेश दिया है.

रेलमंत्रालय में बदलाव की प्रक्रिया शुरू होने असर जोनल रेलवे पर भी दिखायी पड़ने की संभावना है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि व्यवस्था का पटरी पर लाने में जुटे रेलमंत्री जोन और मंडलों के लिए भी जल्द ही कड़ा आदेश व संकेत जारी कर सकते है जो वर्क वहां के वर्क कल्चर को रेखांकित करेगा.

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