राष्ट्रपति भवन में मोदी कैबिनेट का फेयरवेल डिनर: 17वीं लोकसभा भंग करने के बाद आयोजन; उपराष्ट्रपति-PM समेत कई मंत्री पहुंचे

नई दिल्ली59 मिनट पहले

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राष्ट्रपति भवन में कैबिनेट मंत्रिया के फेयरवेल डिनर की परंपरा बहुत पुरानी है।

लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद NDA नई सरकार बनाने की कवायद शुरू कर रहा है। बुधवार को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने 17वीं लोकसभा भंग करने के बाद कैबिनेट मंत्रियों के लिए फेयरवेल डिनर का आयोजन किया।

राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस डिनर में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत कैबिनेट के कई मंत्री शामिल हुए।

लोकसभा चुनाव के बाद नई लोकसभा बनने से पहले इस इवेंट का आयोजन होता है। यह परंपरा कई सालों से चलते आ रही है। 2019 में भी तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भोज का आयोजन कराया था।

देखिए फेयरवेल डिनर की कुछ तस्वीरें…

डिनर से पहले राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने सभी मंत्रियों का धन्यवाद किया।

डिनर से पहले राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने सभी मंत्रियों का धन्यवाद किया।

तस्वीर उस समय की है जब राष्ट्रपति भवन पहुंचने के लिए PM का काफिला निकला था

तस्वीर उस समय की है जब राष्ट्रपति भवन पहुंचने के लिए PM का काफिला निकला था

राष्ट्रपति ने उपराष्ट्रपति और पीएम का स्वागत किया।

राष्ट्रपति ने उपराष्ट्रपति और पीएम का स्वागत किया।

डिनर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी पहुंचे। राष्ट्रपति ने उनका अभिवादन स्वीकार किया।

डिनर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी पहुंचे। राष्ट्रपति ने उनका अभिवादन स्वीकार किया।

डिनर के लिए नितिन गडकरी भी पहुंचे। वे 10 साल से सड़क-परिवहन मंत्री हैं।

डिनर के लिए नितिन गडकरी भी पहुंचे। वे 10 साल से सड़क-परिवहन मंत्री हैं।

नई सरकार बनने तक पद पर बने रहेंगे सभी मंत्री
पीएम मोदी ने बुधवार दोपहर 2 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस्तीफा सौंपा था। साथ ही मंत्रिमंडल भंग करने की सिफारिश भी की। राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार किया। राष्ट्रपति ने PM और मंत्रिपरिषद से अनुरोध किया कि वे नई सरकार के कार्यभार संभालने तक पद पर बने रहें।

इससे पहले मोदी मंत्रिमंडल की सुबह 11.30 बजे आखिरी बैठक हुई। बैठक में 17वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश हुई। इसमें सरकार ने तीसरी बार जीत को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया। इसके बाद मोदी राष्ट्रपति भवन गए और अपना इस्तीफा सौंपा। मोदी अब कार्यवाहक पीएम रहेंगे।

8 जून को PM मोदी समेत नए मंत्रिमंडल की शपथ संभव
लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। यह बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीटें कम हैं। हालांकि NDA ने 292 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया।

गठबंधन में चंद्रबाबू की TDP 16 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की JDU 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इनके बिना सरकार बनना मुश्किल है।

सूत्रों के मुताबिक, NDA के सांसदों की 7 जून को बैठक होगी। इसी दिन सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। 8 जून को मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इस दौरान उनके साथ कुछ मंत्री भी शपथ ले सकते हैं।

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NDA गठबंधन की पहली बैठक में 15 पार्टियों के 21 लीडर शामिल हुए

बुधवार को NDA की पहली बैठक पीएम आवास में शाम 4 बजे हुई।

बुधवार को NDA की पहली बैठक पीएम आवास में शाम 4 बजे हुई।

NDA की बुधवार को पहली बैठक पीएम आवास में शाम 4 बजे हुई। एक घंटे चली बैठक में मोदी को NDA का नेता चुना गया। बैठक में 16 पार्टियों के 21 नेता शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक, NDA के सांसदों की 7 जून को बैठक होगी। इसके बाद शाम 5 से 7 बजे के बीच सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राष्ट्रपति के पास जाएंगे। पूरी खबर पढ़ें…

नतीजों के बाद मोदी के भाषण में बहुमत नहीं मिलने का असर

केंद्र में तीसरी बार सरकार बनाने के भाजपा के दावों के बीच प्रधानमंत्री मोदी 4 जून को पार्टी मुख्यालय पहुंचे थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया, लेकिन जुबान पर भाजपा कम और NDA का नाम ज्यादा रहा। 34 मिनट के धन्यवाद भाषण में भाजपा का नाम 8 बार लिया तो NDA (भाजपा के सहयोगी दल) का हवाला 10 बार आया। पूरी खबर पढ़ें…

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