रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे लालकृष्ण आडवाणी: पहले न जाने की खबरें थीं; कांग्रेस समेत विपक्ष की 5 पार्टियां नहीं जाएंगी

नई दिल्ली10 मिनट पहले

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विश्‍व हिंदू परिषद के अंतरराष्‍ट्रीय कार्याध्‍यक्ष आलोक कुमार ने 19 दिसंबर को लालकृष्‍ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्‍योता दिया था।

अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में बीजेपी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी भी शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने इसकी जानकारी दी है। इससे पहले खबरें आ रही थीं कि आडवाणी की तबीयत खराब रहती है, इसलिए वे कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।

विश्‍व हिंदू परिषद के अंतरराष्‍ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने 19 दिसंबर को लालकृष्‍ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्‍योता दिया था। आडवाणी और जोशी ने कहा है कि वे समारोह में आने का पूरी कोशिश करेंगे।

तस्वीर राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान राम रथ यात्रा की है। तब भाजपा ने लालकृष्ण आडवाणी को यात्रा की कमान सौंपी थी। उन्होंने 25 सितंबर 1990 को सोमनाथ से यात्रा शुरू की थी, जो 30 अक्टूबर 1990 को खत्म हुई थी।

तस्वीर राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान राम रथ यात्रा की है। तब भाजपा ने लालकृष्ण आडवाणी को यात्रा की कमान सौंपी थी। उन्होंने 25 सितंबर 1990 को सोमनाथ से यात्रा शुरू की थी, जो 30 अक्टूबर 1990 को खत्म हुई थी।

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने 18 दिसंबर को लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से आग्रह किया था कि वे जनवरी में होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या न आएं।उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं की उम्र काफी ज्यादा हो चुकी है। यहां ठंड भी ज्यादा है। इसलिए मैंने दोनों से निवेदन किया है कि समारोह में न आएं। लालकृष्ण आडवाणी 96 साल के हैं और मुरली मनोहर जोशी 5 जनवरी को 90 साल के हो गए हैं।

उधर, कांग्रेस ने 10 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा में जाने से इनकार कर दिया। सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन समेत सभी कांग्रेस नेता इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस ने कहा है कि ये भाजपा और RSS का प्रोग्राम है। अब तक I.N.D.I. A की 5 पार्टियां कांग्रेस, सपा, टीएमसी, CPI(M) और शिवसेना (उद्धव गुट) प्राण प्रतिष्ठा में जाने से मना कर चुकी हैं।

कांग्रेस बोली- BJP/RSS ने इसे इवेंट बनाया

  • राम मंदिर के निमंत्रण को लेकर कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर एक लेटर शेयर किया, जिसमें उद्घाटन में न जाने का कारण बताया गया है। इसमें कांग्रेस ने लिखा है कि धर्म निजी मामला है, लेकिन BJP/RSS ने मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम को अपना इवेंट बना लिया है। उधर, गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कांग्रेस को ऐसा नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम में न जाने का फैसला सही नहीं है। पूरी खबर पढ़ें…
  • TMC प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैं उन उत्सवों में विश्वास करती हूं, जो सभी समुदायों के लोगों को साथ लेकर चलते हैं और एकता की बात करते हैं। भाजपा कार्यक्रम को अदालत के निर्देश पर कर रही है। नौटंकी के तौर पर यह कार्यक्रम लोकसभा चुनाव से पहले किया जा रहा है।’ TMC प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा- मुझे नहीं पता कि ममता को निमंत्रण आया या नहीं, लेकिन कार्यक्रम में उनके शामिल होने का कोई सवाल ही नहीं उठता।
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र।

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र।

  • CPI (M) के नेता सीताराम येचुरी ने 26 दिसंबर 2023 को ही राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि धर्म एक व्यक्तिगत पसंद से जुड़ा मामला है, दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी और RSS ने एक धार्मिक समारोह को सरकारी कार्यक्रम में बदल दिया है। जिसमें प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और अन्य सरकारी पदाधिकारी शामिल हो रहे हैं।
  • सपा प्रमुख अखिलेश यादव को VHP नेता आलोक कुमार कार्यक्रम का निमंत्रण देने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा- मैं अजनबी से ऐसा निमंत्रण स्वीकार नहीं कर सकता। मैं आलोक कुमार को नहीं जानता। उधर, सपा नेता डिंपल यादव ने कहा कि उन्हें निमंत्रण मिलेगा तो वह जरूर जाएंगी।
  • रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण अभी तक शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे को नहीं मिला है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, वे अब नासिक के कालाराम मंदिर जाकर गोदावरी नदी के तट पर महाआरती में शामिल होंगे। उन्होंने पिछले साल सितंबर महीने में कहा था कि रामलला के कार्यक्रम में पूरे देश से भीड़ जुटेगी। ऐसे में एक बार फिर गोधरा जैसी घटना न हो जाए।
  • दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अभी तक कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं मिला है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केजरीवाल को कुछ दिन पहले एक पत्र मिला था जिसमें बताया गया था कि 22 जनवरी को वह अपना कोई कार्यक्रम निर्धारित न करे। वहीं, AAP प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा था- राम मंदिर को लेकर BJP धर्म की राजनीति कर रही है। इससे धर्म को नुकसान पहुंचता है।

कार्यक्रम में करीब 25 लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में 22 जनवरी को दोपहर 12:30 बजे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 6000 दिग्गज शामिल होंगे, जिनमें 4000 संत और करीब 2200 मेहमान हैं। इस दौरान छह दर्शनों (प्राचीन विद्यालयों) के शंकराचार्य और करीब 150 साधु-संत भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में करीब 25 लाख लोग शामिल हो सकते हैं।

पीएम मोदी को 25 अक्टूबर 2023 को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम का निमंत्रण दिया था।

पीएम मोदी को 25 अक्टूबर 2023 को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम का निमंत्रण दिया था।

7 दिन तक चलेगा प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम
अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा। मंदिर के अधिकारियों के मुताबिक अभिषेक समारोह 16 जनवरी से शुरू होकर सात दिनों तक चलेगा।

  • 16 जनवरी: मंदिर ट्रस्ट, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरफ से नियुक्त किए गए यजमान प्रायश्चित समारोह की शुरुआत करेंगे। सरयू नदी के तट पर ‘दशविध’ स्नान, विष्णु पूजा और गायों को प्रसाद दिया जाएगा।
  • 17 जनवरी: 5 साल के रामलला की मूर्ति के साथ एक काफिला अयोध्या पहुंचेगा। श्रद्धालु मंगल कलश में सरयू नदी का जल लेकर राम जन्मभूमि मंदिर आएंगे।
  • 18 जनवरी: गणेश अंबिका पूजा, वरुण पूजा, मातृका पूजा, ब्राह्मण वरण और वास्तु पूजा के साथ औपचारिक अनुष्ठान शुरू होंगे।
  • 19 जनवरी: पवित्र अग्नि जलाई जाएगी। इसके बाद नवग्रह की स्थापना और हवन किया जाएगा।
  • 20 जनवरी: राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह को सरयू जल से धोया जाएगा, जिसके बाद वास्तु शांति और ‘अन्नाधिवास’ अनुष्ठान होगा।
  • 21 जनवरी: रामलला की मूर्ति को 125 कलशों के जल से स्नान कराया जाएगा।
  • 22 जनवरी: सुबह की पूजा के बाद दोपहर में ‘मृगशिरा नक्षत्र’ में रामलला के मूर्ति का अभिषेक किया जाएगा।

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रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में ममता भी शामिल नहीं होंगी; नीतीश कुमार, लालू यादव के भी न जाने का कयास

ममता बनर्जी ने 9 जनवरी को कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन करके भाजपा वोट जुटाने की चाल चल रही है।

ममता बनर्जी ने 9 जनवरी को कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन करके भाजपा वोट जुटाने की चाल चल रही है।

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस (TMC) की ओर से कार्यक्रम में कोई शिरकत नहीं करेगा। हालांकि, TMC की ओर से आधिकारिक तौर इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।

चर्चा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। उनके अलावा CPI (M) के महासचिव सीताराम येचुरी भी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा चुके हैं। उन्होंने कहा- धर्म व्यक्तिगत पसंद है, जिसे राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। पूरी खबर यहां पढ़ें…

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा निमंत्रण पत्र की पहली झलक:निमंत्रण पत्र के बॉक्स में हैं 5 चीजें, इनमें पूजित अक्षत और बाल राम की तस्वीर भी

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट देशभर से विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित कर रहा है। इसके लिए विशेष प्रकार का निमंत्रण पत्र तैयार किया गया। कार्ड के कवर पर प्रभु राम के बाल स्वरूप की तस्वीर है और अंत में श्रीराम मंदिर की यात्रा का सारांश दिया गया है।

निमंत्रण पत्र को बेहद पेशेवर तरीके से डिजाइन किया गया है। इसमें धार्मिक अनुष्ठानों का ब्योरा तो है ही, हर अतिथि का QR कोड भी तय है। आने के समय, गाड़ी के लिए तय पार्किंग की जगह और प्राण प्रतिष्ठा की अवधि शामिल है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

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