मोनू मानेसर को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया: 8 महीने से फरार था; नासिर-जुनैद को भिवानी में जिंदा जलाने का आरोप

चंडीगढ़2 मिनट पहले

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मोनू मानेसर को गुरुग्राम मार्केट से गिरफ्तार कर ले जाती हरियाणा पुलिस।

हरियाणा पुलिस ने मोनू मानेसर को गिरफ्तार कर लिया है। मोनू मानेसर पर भिवानी में जिंदा जलाए नासिर-जुनैद हत्याकांड में शामिल होने का आरोप है। उसे राजस्थान पुलिस के हवाले किया जाएगा। मोनू को उसी के गांव से पकड़ा गया है। वह पिछले 8 महीने से फरार था।

16 फरवरी, 2023 को हरियाणा के भिवानी में बोलेरो गाड़ी में दो जली हुई लाशें मिलीं थीं। जांच में पता चला था कि ये लाशें राजस्थान के गोपालगढ़ के जुनैद और नासिर की थीं। हरियाणा के कई गो-रक्षकों पर उनकी हत्या का आरोप लगा। इनमें सबसे चर्चित नाम मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव का था।

मोनू मानेसर को हरियाणा पुलिस ने सिविल वर्दी में ट्रैप लगाकर पकड़ा।

मोनू मानेसर को हरियाणा पुलिस ने सिविल वर्दी में ट्रैप लगाकर पकड़ा।

एक दिन पहले किडनैप हुए थे नासिर-जुनैद
राजस्थान के जिला भरतपुर के पहाड़ी इलाके के गांव घाटमीका निवासी नासिर (28) और जुनैद (33) को 15 फरवरी को किडनैप किया गया था। अगले दिन हरियाणा के भिवानी में बोलेरो में दोनों के कंकाल बरामद हुए थे। इस मामले में दोनों के परिवार ने बजरंग दल से जुड़े गौरक्षक मोनू मानेसर और उसके साथियों पर मार पिटाई के बाद जिंदा जलाकर मार देने का आरोप लगाया था।

जिसके बाद भरतपुर थाना पुलिस ने मोनू मानेसर सहित अन्य लोगों पर विभिन्न धाराओं में केस भी दर्ज किया हुआ है। पुलिस इस केस में फरार 8 आरोपियों की फोटो भी जारी कर चुकी है।

नासिर-जुनैद हत्याकांड की पूरी कहानी

भाई की ससुराल से लौट रहे थे, बीच रास्ते में रोक लिया
मृतक जुनैद के चचेरे भाई इस्माइल ने आरोप लगाया था कि जुनैद और नासिर 14 फरवरी को भोरूबास सिकरी गांव गए थे। यहां उनके भाई की ससुराल है। रात में वही रुक गए थे। बुधवार सुबह यानी 15 फरवरी घर आ रहे थे। रास्ते में दोनों को बजरंग दल वालों ने रोका। इनका नाम पूछा। इसके बाद दोनों को गाड़ी से खींचकर बाहर निकालने की कोशिश की गई। नासिर-जुनैद ने जैसे ही देखा कि उन्हें ये खींच रहे है, तो उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए अपनी गाड़ी बोलेरो को भगा दिया।

बोलेरो को पीछा कर दोनों तरफ से टक्कर मारी गई
परिवार का आरोप था कि जुनैद-नासिर को बोलेरो में जान बचाकर भागते देख आगे -पीछे से टक्कर मारी गई। जिसके बाद दोनों से मारपीट की गई। मारपीट के बाद वह नासिर-जुनैद को पुलिस थाना फिरोजपुर झिरका ले गए। जहां पर बजरंग दल वालों ने दोनों को पुलिस को सौंपने की कोशिश की, लेकिन दोनों की हालत इस कदर खराब कर दी थी कि पुलिस ने दोनों को रखने से मना कर दिया।

जिंदा जलाकर मार दिया
परिवार का कहना था कि पुलिस के हिरासत में लेने से इनकार करने के बाद बजरंग दल के नेता मोनू मानेसर, रिंकू सैनी के अलावा 7 से 8 अन्य लोग दोनों को भिवानी ले गए। वहां उन्हें पिछली सीट पर बैठाकर बोलेरो समेत जिंदा जलाकर मार डाला। हमें सोशल मीडिया पर चली खबर के बाद दोनों की मौत का पता चला। गाड़ी के इंजन और चेसिस नंबर से पता चला कि ये हमारी गाड़ी है। मरने वाले हमारे दोनों भाई हैं।

भिवानी में जली मिली बोलेरो गाड़ी, इसी के अंदर से नासिर-जुनैद के कंकाल बरामद हुए थे।

भिवानी में जली मिली बोलेरो गाड़ी, इसी के अंदर से नासिर-जुनैद के कंकाल बरामद हुए थे।

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