मुआवजे के लिए किसानों के सुसाइड केस बढ़े: कर्नाटक के टेक्सटाइल मिनिस्टर का बयान, किसान संगठनों के विरोध के बाद पलटे

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कर्नाटक27 मिनट पहले

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कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में मंत्री शिवांनद पाटिल ने 5 सितंबर को कहा था कि मुआवजे के कारण किसानों की आत्महत्या के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। अगले दिन वे अपनी बात से पलट गए।

कर्नाटक सरकार के कैबिनेट मंत्री शिवांनद पाटिल किसान आत्महत्या पर टिप्पणी करने के अगले दिन अपनी बातों से पलट गए। मंगलवार, 5 सितंबर को उन्होंने कहा था कि मुआवजे के कारण किसानों की आत्महत्या के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, आज यानी 6 सितंबर को टेक्सटाइल और शुगर डेवलपमेंट मिनिस्टर ​​​​​​पाटिल ​हावेरी स्थित गुरु भवन में टीचर्स डे फंक्शन में पहुंचे थे। बाहर निकलने के दौरान आक्रोशित किसान नेताओं ने उन्हें घेर लिया और बयान के लिए माफी की मांग करने लगे।

इसके बाद शिवांनद पाटिल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सफाई दी। उन्होंने बताया- मैंने कभी नहीं कहा कि किसान मुआवजे के लिए आत्महत्या करते हैं। किसान आत्महत्या के मामलों से जुड़ी गलत जानकारी से किसान परेशान रहते हैं। किसी बात को गलत समझने की जरूरत नहीं है।

NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक, देश के सबसे ज्यादा सुसाइड करने वाले राज्यों में कर्नाटक पांचवें नंबर पर है। वहीं किसानों के आत्महत्या के मामले में यह दूसरे नंबर पर है।

NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक, देश के सबसे ज्यादा सुसाइड करने वाले राज्यों में कर्नाटक पांचवें नंबर पर है। वहीं किसानों के आत्महत्या के मामले में यह दूसरे नंबर पर है।

मंत्री ने कहा था- मुआवजे की रकम बढ़ने के बाद सुसाइड केस बढ़े
शिवांनद पाटिल ने 5 सितंबर को एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि वीरेश कमेटी के आने से पहले किसान आत्महत्या के मामले कम थे। पहले 2 लाख मुआवजा दिया जाता था। जब से सरकार ने 5 लाख मुआवजा देना शुरू किया है, तब से किसानों में आत्महत्या के मामले बढ़े हैं।

शिवांनद पाटिल ने आगे कहा- अब हार्ट अटैक, प्यार में धोखा, नशे में आत्महत्या जैसे मामले भी किसान आत्महत्या के मामले के तौर पर दर्ज किए जा रहे हैं। आत्महत्या के सभी मामले किसानों से जुड़े नहीं होते हैं।

किसान आत्महत्या के मामले में कर्नाटक देश में दूसरे नंबर पर
साल 2021 में किसान आत्महत्या से जुड़े मामले में कर्नाटक देश में दूसरे नंबर पर था। यहां 999 किसानों और खेती से जुड़े मजदूरों ने आत्महत्या कर ली। महाराष्ट्र 1424 मामलों के साथ पहले नंबर पर था। आंध्र प्रदेश में 584 किसानों ने आत्महत्या की थी। NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2021 में पूरे देश में 5563 किसानों की आत्महत्या के मामले दर्ज हुए थे।

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कर्नाटक…कांग्रेस ने BJP से आए नेताओं को नहीं बनाया मंत्री

कर्नाटक में CM सिद्धारमैया की सरकार में 27 मई, शनिवार को 24 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। अब कैबिनेट में CM सिद्धारमैया, डिप्टी CM डीके शिवकुमार समेत कुल 34 मंत्री हैं। चुनाव के पहले BJP से कांग्रेस में आए सीनियर लीडर जगदीश शेट्टार और लक्ष्मण सावदी को मंत्री नहीं बनाया गया है।

मंत्रियों के नाम दिल्ली में तीन दिन चली मीटिंग में तय किए गए। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी भी शामिल हुए थे। हर नाम जाति, कम्युनिटी और क्षेत्र के हिसाब से चुना गया है। इसकी वजह अगले साल होने वाला लोकसभा चुनाव है। कर्नाटक में लोकसभा की 28 सीटें हैं। कांग्रेस ने इनमें से कम से कम 20 सीटें जीतने का टारगेट रखा है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

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