मिशन रफ्तार के तहत झारखंड से गुजरने वाली ट्रेनें 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी

भारतीय रेलवे ट्रेनों की औसत गति सीमा बढ़ाकर 160 किलोमीटर प्रति घंटा करने की योजना बना रहा है।

रेलवे सिग्नल अपग्रेडेशन और ह्यूमन क्रॉसिंग को खत्म करने पर भी विशेष ध्यान दे रहा है।

भारतीय रेलवे ट्रेनों की औसत गति सीमा बढ़ाकर 160 किलोमीटर प्रति घंटा करने की योजना बना रहा है। इस समय कई ट्रेनें 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही हैं। ट्रेनों की औसत गति बढ़ाने के लिए मिशन रफ्तार पर काम चल रहा है।

इसके लिए सिग्नल सिस्टम और ट्रैक को अपग्रेड किया जा रहा है। इस परियोजना का उद्देश्य नई दिल्ली-हावड़ा जैसे व्यस्त मार्गों पर यात्रा के समय को कम करना है। इस नई रेल परियोजना का झारखंड के रेलवे स्टेशनों पर खासा प्रभाव पड़ेगा। भारतीय रेल वर्ष 2024 तक बुनियादी ढांचे को उन्नत करने का लक्ष्य रखा है।

‘मिशन रफ्तार’ परियोजना के तहत, रेलवे की आने वाले वर्षों में ट्रेनों की गति 160 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाने के लिए बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करने की योजना है। नई दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर ट्रेनों की औसत गति सीमा बढ़ाने की तैयारी चल रही है. इस रेल मार्ग में झारखंड के विभिन्न रेलवे स्टेशन शामिल होंगे, जिसके बाद यात्री कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।

इसके अलावा, रेलवे वित्तीय वर्ष 2022-23 से हल्के डिब्बों का उपयोग करने की भी योजना बना रहा है। टिल्टिंग तकनीक का उपयोग कर आधुनिक चल स्टॉक के तहत इन मार्गों पर ट्रेनों की गति बढ़ाने की व्यवस्था की जा रही है।

भारतीय रेलवे का लक्ष्य व्यस्ततम मार्गों पर ट्रेनों की गति सीमा को बढ़ाना है, और यह वर्ष 2017 से पटरियों को हाई-स्पीड ट्रेनों में अपग्रेड करने की प्रक्रिया में है।

रेलवे सिग्नल अपग्रेडेशन, मानव क्रॉसिंग को खत्म करने और भीड़भाड़ वाले क्रॉसिंग पर फुट-ओवर ब्रिज या अंडरपास के निर्माण पर भी विशेष ध्यान दे रहा है।

सभी पढ़ें ताज़ा खबर, आज की ताजा खबर तथा कोरोनावाइरस खबरें यहां।

.