मझधार में फंसे नाराज सिद्धू: कांग्रेस हाईकमान ने नहीं मनाया; अब CM चन्नी भी सुना रहे खरी-खरी; क्या इस्तीफा वापस लेंगे ‘गुरु’

जालंधर5 घंटे पहले

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पंजाब कांग्रेस के प्रधान पद से इस्तीफा देकर नाराज नवजोत सिद्धू मझधार में फंस गए हैं। 6 दिन बीत गए, लेकिन उन्हें कांग्रेस हाईकमान ने नहीं मनाया। अब मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी भी हर मौके पर खरी-खरी सुना रहे। स्पष्ट लग रहा है कि सिद्धू अब इस्तीफा वापस लेने के लिए मजबूर होते जा रहे हैं। हालांकि सिद्धू अभी भी नई सरकार पर हमला कर रहे हैं। यह बात अलग है कि उनकी इन बातों को अब कांग्रेस हाईकमान तरजीह नहीं दे रहा है। इसलिए सिद्धू रविवार को पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान लाल सिंह और समाना से उनके विधायक बेटे काका राजिंदर सिंह से मिले। उनके जरिए बीच का रास्ता निकालने की कोशिश हो सकती है।

पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान लाल सिंह से मिलते नवजोत सिद्धू।

पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान लाल सिंह से मिलते नवजोत सिद्धू।

कांग्रेस हाईकमान की नाराजगी की बड़ी वजहें

  • सुनील जाखड़ को हटाकर सिद्धू को पंजाब कांग्रेस प्रधान बनाया। जाखड़ की नाराजगी झेल रहे।
  • सिद्धू के कहने पर कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाया। कांग्रेस ने पुराना साथी खो दिया। इसके बावजूद सिद्धू संतुष्ट नहीं हुए।
  • सिद्धू की सुखजिंदर रंधावा को सीएम न बनाने की मांग मानी। उनकी जगह चरणजीत चन्नी को सीएम बनाया।
  • चन्नी के नाम की सिफारिश सिद्धू ने ही की थी। अब सिद्धू चन्नी के कामकाज से भी नाराज हो गए हैं।
  • सिद्धू को मनाने के लिए CM चन्नी से मीटिंग कराई। सहमति फॉर्मूला बना। तालमेल कमेटी बनाई। इसके बावजूद सिद्धू DGP और AG को हटाने पर अड़े हैं।
  • सिद्धू संगठन और सरकार से बात करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। जो पार्टी नियमों के खिलाफ इस्तीफा देने और उसकी वजह सिद्धू ने सोशल मीडिया से ही बताई।
कांग्रेस हाईकमान के अचानक साथ छोड़ने और CM चरणजीत चन्नी की बातों से सिद्धू भी हैरान नजर आ रहे हैं।

कांग्रेस हाईकमान के अचानक साथ छोड़ने और CM चरणजीत चन्नी की बातों से सिद्धू भी हैरान नजर आ रहे हैं।

सिद्धू क्यों हैं नाखुश

  • सिद्धू नए सीएम चरणजीत चन्नी के साथ सुपर CM की तरह काम करना चाहते थे। सिद्धू ने कोशिश भी की लेकिन मीडिया ने मामला उठाया तो हाईकमान ने खिंचाई कर दी।
  • सिद्धू अगले साल पंजाब विधानसभा चुनाव उनकी अगुवाई में लड़ने और उनके CM चेहरे के बारे में स्पष्ट घोषणा चाहते हैं। लेकिन हाईकमान इसके लिए राजी नहीं है।
  • सिद्धू एडवोकेट डीएस पटवालिया को एडवोकेट जनरल (AG) बनाना चाहते थे, सीएम चन्नी ने एडवोकेट एपीएस देयोल को बना दिया।
  • सिद्धू सिद्धार्थ चट्‌टोपाध्याय को डीजीपी बनाना चाहते थे, सीएम चन्नी ने इकबालप्रीत सहोता को डीजीपी बना दिया।
कांग्रेस हाईकमान पूरी तरह से CM चरणजीत चन्नी के साथ खड़ा नजर आ रहा है।

कांग्रेस हाईकमान पूरी तरह से CM चरणजीत चन्नी के साथ खड़ा नजर आ रहा है।

CM चन्नी अब सिद्धू को दे रहे दो-टूक जवाब

  • सिद्धू पार्टी के प्रधान हैं। उन्हें पार्टी फोरम पर बात रखनी चाहिए। कोई फैसला ठीक न लगे तो हमें पार्टी मीटिंग में सहमत करवा सकते हैं।
  • अभी डीजीपी की नियुक्ति नहीं की, इकबालप्रीत सहोता को सिर्फ चार्ज दिया है। UPSC को 10 नाम भेजे हैं। वहां से 3 अफसरों का पैनल आएगा तो सिद्धू से चर्चा कर डीजीपी लगा देंगे।
  • श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और उससे जुड़े गोलीकांड की पैरवी एडवोकेट जनरल एपीएस देयोल नहीं करेंगे। उनकी जगह स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर आरएस बैंस को नियुक्त कर दिया है।
  • पार्टी और सरकार में तालमेल के लिए कोऑर्डिनेशन कमेटी बनी है। सिद्धू चाहें तो उसमें अपनी असहमति बता सकते हैं।

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