भूटान किंग वांगचुक आज PM मोदी से मुलाकात करेंगे: भूटान के साथ सीमा विवाद सुलझाने को राजी चीन, भारत डोकलाम को लेकर सतर्क

नई दिल्ली16 घंटे पहले

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भूटान किंग जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक 5 नवंबर को नई दिल्ली पहुंचे। यहां एयरपोर्ट पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उनका स्वागत किया।

भूटान किंग जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे।

भूटान और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर चल रही वार्ता के बीच नामग्याल वांगचुक की यह यात्रा बेहद खास मानी जा रही है।

भारत के खिलाफ छोटे देशों को भड़का रहा है चीन
चीन दक्षिण एशिया के कई देशों को भारत के खिलाफ भड़काने में जुटा है। मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू ने सितंबर में चुनाव ही भारत विरोध के मुद्दे पर जीता था।

श्रीलंका में भी चीन का दबदबा बढ़ा है। भारत के विरोध के बावजूद 25 अक्टूबर को चीन का खोजी जहाज कोलंबो पहुंचा था। श्रीलंका ने अपना हम्बनटोटा पोर्ट चीन को लीज पर दे रखा है।

भूटान की चौखट पर पहुंचा चीन
दक्षिण एशिया के देशों को भारत के खिलाफ भड़काकर अपने खेमे में करने वाला चीन अब भूटान की चौखट पर पहुंच गया है। पिछले दिनों भूटान के विदेश मंत्री तांडी दोरजी की बीजिंग यात्रा के दौरान चीन ने भूटान को औपचारिक राजनयिक संबंध बनाने और सीमा विवाद समझौते का प्रस्ताव दिया था।

डोकलाम को लेकर भारत बेहद सतर्क
चीन ने भूटान को डोकलाम की जमीन की अदला-बदली का प्रस्ताव भी दिया है। इसे लेकर भारत चौकन्ना हो गया है। डोकलाम सिलीगुड़ी कॉरिडोर (चिकन नेक) के नजदीक है। 60 किमी लंबा और 22 किमी चौड़ा यह कॉरिडोर नॉर्थ-ईस्ट के 7 राज्यों को भारत के साथ जोड़ता है। भारत और चीन की सेनाएं जून 2017 में डोकलाम में सड़क के मुद्दे पर आमने-सामने हो चुकी हैं।

भूटान का सबसे बड़ा सहयोगी देश है भारत
8 लाख की आबादी वाले भूटान की गुट निरपेक्ष नीति है। उसके अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस से राजनयिक संबंध नहीं है। 1949 में भारत-भूटान में विदेश नीति, व्यापार व सुरक्षा को लेकर संधि हुई थी। 2007 में विदेश नीति का प्रावधान हटा दिया गया। भारत अब भूटान का सबसे बड़ा राजनयिक और आर्थिक साथी है।

भूटान-चीन सीमा विवाद को समझिए…
भूटान की 600 किमी सीमा चीन से लगती है। दो इलाकों को लेकर सबसे ज्यादा विवाद है। पहला- 269 वर्ग किमी क्षेत्रफल का डोकलाम इलाका और दूसरा- उत्तर भूटान में 495 वर्ग किमी का जकारलुंग और पासमलुंग घाटी का क्षेत्र।

सबसे गंभीर मामला डोकलाम का है, जहां चीन, भारत और भूटान तीनों देशों की सीमाएं लगती है। अक्टूबर 2021 में चीन और भूटान ने ‘थ्री-स्टेप रोडमैप’ के समझौते पर दस्तखत किए थे।

23 अक्टूबर को भूटान के विदेश मंत्री दोरजी के साथ मुलाकात में चीनी विदेश मंत्री ने कहा था कि चीन सीमा विवाद सुलझाने को तैयार है। भूटान के प्रधानमंत्री लोताय शेरिंग ने भी पिछले दिनों एक इंटरव्यू में चीन के द्वारा डोकलाम की जमीन के अदला-बदली करने के प्रस्ताव का जिक्र किया था।