भास्कर ओपिनियन, कुश्ती संघ: नया फेडरेशन सस्पेंड, कुश्ती में सच की जीत होती दिखने लगी

12 मिनट पहले

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तक़रीबन एक साल से चली आ रही कुश्ती का सुखद परिणाम आ रहा है। बात कुश्ती संघ की है। महिला पहलवानों ने रो-रो कर कहा कि बृजभूषण शरण सिंह जो भाजपा के सांसद भी हैं, दुर्व्यवहार करते हैं। पहले किसी ने नहीं सुनी। जब सुनी तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी। वापस चुनाव हुए तो वही ढाक के तीन पात। बृजभूषण के करीबी को ही कुश्ती संघ का अध्यक्ष चुन लिया गया।

दरअसल ये कोई जनता द्वारा डाले जाने वाले वोटों का चुनाव तो था नहीं। कुश्ती संघ में अपने-अपने प्यादे होते हैं। पैनल होते हैं। वहीं वोट करते हैं। जीतता वही है जिसे ये लॉबी चाहती है। यही वजह है कि बृजभूषण की जगह उन्हीं का प्यादा चुन लिया गया। नाम है संजय सिंह। जब साक्षी मलिक ने इस नए चयन के खिलाफ कुश्ती के खेल से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। एक पहलवान ने अपना गोल्ड मैडल प्रधानमंत्री निवास के सामने फुटपाथ पर पटक दिया। दूसरे पहलवान ने उसे मिली पद्मश्री लौटाने की घोषणा कर दी, तब जाकर सरकार के कान में जूं रेंगी।

आख़िर सरकार ने नई चुनी गई रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को सस्पेंड कर दिया। बृजभूषण शरण सिंह और उनके करीबी तिलमिला उठे। सस्पेंड फेडरेशन तो कुछ भी कहने की सूरत में नहीं है। बृजभूषण शरण सिंह तत्काल ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले। हो सकता है उन्होंने अपनी ओर सेनए पैनल की पैरवी भी की होगी और कोई समझौता भी करना चाहा होगा। लेकिन बाहर आकर बृजभूषण द्वारा दिए गए बयान से लगता है कि उनकी एक नहीं सुनी गई। इसीलिए वे रास्ते पर आ गए लगते हैं।

नड्डा से मिलने के बाद बृजभूषण ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा- मेरा रेसलिंग फेडरेशन से अब कोई लेना-देना नहीं है। मैं केवल भाजपा का सांसद हूँ और वही रहूँगा। मैं सिर्फ़ यह चाहता हूँ कि पहलवानों का कोई नुक़सान न हो, बस। और कुछ नहीं चाहता। इस बयान से लगता है कि भाजपा अध्यक्ष ने ही उन्हें प्रेस कान्फ्रेंस करके इस तरह का बयान देने के लिए कहा होगा। कल तक ये कहने वाला

बृजभूषण कि ‘ दबदबा था, दबदबा रहेगा’ आज मिमियाता नज़र आया।सालभर से भी ज़्यादा समय से संघर्ष कर रही महिला पहलवान और उनके साथी पहलवान खुश हैं। हो सकता है वे जल्द ही अपने वे कटु फ़ैसले वापसले लेंगे जिनके तहत उन्होंने संन्यास लेने तथा गोल्ड मैडल और पद्मश्री अवॉर्ड लौटाने जैसी घोषणाएं की थीं। उल्लेखनीय है कि महिला पहलवान और उनके साथी रेसलिंग फेडरेशन का प्रमुख किसी महिला को बनाने की माँग कर रहे हैं ताकि किसी महिला पहलवान के साथ भविष्य में किसी तरह का दुर्व्यवहार न हो।

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