भारत में 34,457 ताजा COVID-19 मामले दर्ज, 375 मौतें – कश्मीर पाठक

नई दिल्ली, 21 अगस्त, 34,457 COVID-19 मामलों की एक दिन की वृद्धि ने शनिवार को भारत की संख्या 3,23,93,286 तक पहुंचा दी, जबकि सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 3,61,340 हो गई, जो केंद्रीय स्वास्थ्य के अनुसार 151 दिनों में सबसे कम है। मंत्रालय डेटा।

भारत में लगातार 55 दिनों तक रोजाना 50,000 से कम मामले सामने आए हैं।

सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, 375 ताजा मौतों के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,33,964 हो गई।

3,61,340 सक्रिय मामलों में कुल संक्रमण का 1.12 प्रतिशत शामिल है, जो पिछले साल मार्च के बाद सबसे कम है। मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय COVID-19 रिकवरी दर 97.54 प्रतिशत है, जो पिछले साल मार्च के बाद से सबसे अधिक है।

24 घंटे की अवधि में सक्रिय केसलोएड में 2,265 मामलों में कमी दर्ज की गई है।

दैनिक सकारात्मकता दर 2 प्रतिशत है। मंत्रालय के मुताबिक पिछले 26 दिनों से यह 3 फीसदी से भी कम है।

साप्ताहिक सकारात्मकता दर 1.98 प्रतिशत है। मंत्रालय ने कहा कि यह पिछले 57 दिनों से 3 फीसदी से नीचे है।

शुक्रवार को 17,21,205 COVID-19 परीक्षण किए गए, जिससे देश में अब तक किए गए परीक्षणों की कुल संख्या 50,45,76,158 हो गई।

आंकड़ों में कहा गया है कि बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 3,15,97,982 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है।

राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 57.61 करोड़ COVID-19 वैक्सीन खुराक दी जा चुकी हैं।

भारत का COVID-19 टैली पिछले साल 7 अगस्त को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख को पार कर गया था। यह 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख को पार कर गया था। , 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ के आंकड़े को पार कर गया।

भारत का केसलोएड 4 मई को दो करोड़ और 23 जून को तीन करोड़ के गंभीर मील के पत्थर को पार कर गया।

375 नए लोगों में महाराष्ट्र के 105 और केरल के 99 लोग शामिल हैं।

देश में अब तक हुई 4,33,964 मौतों में से 1,35,672 महाराष्ट्र से, 37,105 कर्नाटक से, 34,663 तमिलनाडु से, 25,079 दिल्ली से, 22,791 उत्तर प्रदेश से, 19,345 केरल से और 18,346 पश्चिम बंगाल से हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि 70 प्रतिशत से अधिक मौतें सहरुग्णता के कारण हुईं।

मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर कहा, “हमारे आंकड़ों का भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के साथ मिलान किया जा रहा है।” आंकड़ों का राज्यवार वितरण आगे सत्यापन और सुलह के अधीन है।





Leave a Reply