भारत में बने पोर्टेबल अस्पताल क्यूब का सफल पैराड्रॉप: एयरफोर्स और आर्मी ने C-130 J हरक्यूलिस से 15 हजार फीट की ऊंचाई से गिराया, VIDEO

  • Hindi News
  • National
  • Successful Paradrop Of Made In India Portable Hospital Cube Arogya Maitri Health Cube

नई दिल्ली17 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

आरोग्य मैत्री हेल्थ क्यूब को प्रोजेक्ट BHISHM के तहत तैयार किया गया है।

एयरफोर्स और आर्मी ने शनिवार, 17 अगस्त को दुनिया के पहले पोर्टेबल अस्पताल का पैराड्रॉप किया। डिफेंस मिनिस्ट्री ने बताया कि भारत में बने पोर्टेबल अस्पताल को C-130J हरक्यूलिस विमान से 15000 फीट से गिराया गया।

आर्मी की पैरा ब्रिगेड ने प्रिसिजन ड्रॉप इक्विपमेंट्स का इस्तेमाल कर इसे नीचे लाया गया। हालांकि, पोर्टेबल अस्पताल को कहां गिराया, मंत्रालय ने इसकी जानकारी नहीं दी।

पोर्टेबल अस्पताल का नाम आरोग्य मैत्री हेल्थ क्यूब रखा
पोर्टेबल अस्पताल का नाम आरोग्य मैत्री हेल्थ क्यूब है। क्यूब को प्रोजेक्ट BHISHM (भारत हेल्थ इनिशिएटिव फॉर सहयोग हित एंड मैत्री) के तहत तैयार किया गया है। क्यूब दुनिया का पहला पोर्टेबल अस्पताल है। इसमें ट्रॉमा केयर की सुविधा मिलती है। क्यूब इसलिए तैयार किया गया है, जिससे दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को ट्रॉमा केयर सर्विस दी जा सके। उनकी जान बचाई जा सके।

क्यूब के पैराड्रॉप की तस्वीरें…

क्यूब के पैराड्रॉप की तैयारी करते सेना और वायुसेना के जवान।

क्यूब के पैराड्रॉप की तैयारी करते सेना और वायुसेना के जवान।

क्यूब को C-130J हरक्यूलिस विमान में लोड किया गया।

क्यूब को C-130J हरक्यूलिस विमान में लोड किया गया।

15 हजार फीट की ऊंचाई से क्यूब का सफलतापूर्वक ड्रॉप किया गया।

15 हजार फीट की ऊंचाई से क्यूब का सफलतापूर्वक ड्रॉप किया गया।

क्यूब कई सारी हाईटेक टेक्निक से लैस है।

क्यूब कई सारी हाईटेक टेक्निक से लैस है।

इसे आपदा के दौरान मेडिकल इमरजेंसी के लिए तैयार किया गया।

इसे आपदा के दौरान मेडिकल इमरजेंसी के लिए तैयार किया गया।

अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान क्यूब को लगाया गया था।

अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान क्यूब को लगाया गया था।

आपदा और जरूरत की जगहों पर क्यूब का इस्तेमाल
क्यूब अस्पताल का उपयोग आपदा, मेले, बड़े इवेंट्स और दूरदराज के पहाड़ी इलाके के लिए तैयार किया गया है। क्यूब हाईटेक टेक्निक से लैस है। इस साल जनवरी में अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान इसका इस्तेमाल किया गया था।

यह खबर भी पढ़ें…
ISRO बोला- गगनयान की पहली टेस्ट फ्लाइट दिसंबर में:G1 रॉकेट के हार्डवेयर श्रीहरिकोटा पहुंचे, त्रिवेंद्रम में क्रू-मॉड्यूल पर काम जारी

इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) अपने पहले मानव अंतरिक्ष मिशन की पहली टेस्ट फ्लाइट इस साल दिसंबर में लॉन्च करेगा। इसमें इंसान को नहीं भेजा जाएगा। मिशन की दूसरी फ्लाइट में रोबोट व्योम मित्र और तीसरी उड़ान में चार अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा जाएगा। ISRO ने अभी दूसरी और तीसरी उड़ान का समय नहीं बताया है। पूरी खबर पढ़ें…

खबरें और भी हैं…