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- बेटे की शादी का कार्यक्रम छोड़कर मार्च में पहुंचे सीएम चन्नी, मनमुटाव छोड़ सिद्धू के काफिले में शामिल, कहा- मैं देखना चाहता हूं कि मैं कितना जोर से हूं, मैं हत्यारे में हूं
जालंधर7 घंटे पहले
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काफिले की शुरूआत के दौरान किसानी झंडा लेकर नारे लगाते CM चरणजीत चन्नी।
CM चरणजीत चन्नी गुरूवार को पंजाब कांग्रेस के काफिले में शामिल होने मोहाली पहुंचे। पंजाब से उत्तर प्रदेश के लिए यह रोष मार्च नवजोत सिद्धू की अगुवाई में था। जिस वक्त मार्च शुरू हुआ, CM चन्नी के बेटे की शादी का कार्यक्रम चल रहा था। उनके बेटे की कल शादी है जबकि परसों न्यू चंडीगढ़ में रिसेप्शन होगा। डीजीपी और एडवोकेट जनरल को हटाने की जिद पर अड़े सिद्धू से उनका मनमुटाव चल रहा है। इसके बावजूद चन्नी ने वहां पहुंचकर संदेश दिया कि वो सारे विवाद काे हल करना चाहते हैं।
सीएम चन्नी थोड़ी दूर तक ही काफिले में चले। इसके बाद वह वापस लौट आए। आते हुए उन्होंने लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में ज्यादा कुछ नहीं कहा। चन्नी ने भगत सिंह की कही बातें ‘सरफरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना, बाजू ए कातिल में है’। इतना कहकर चन्नी वापस लौट गए।
राहुल गांधी के साथ लखीमपुर खीरी में पीड़ित परिवार का हालचाल पूछते सीएम चन्नी।
राहुल गांधी के साथ गए थे लखीमपुर खीरी
CM चरणजीत चन्नी बुधवार को ही लखीमपुर खीरी में जा चुके हैं। राहुल गांधी उन्हें और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपने साथ ले गए थे। इसके बाद सिद्धू ने भी पंजाब से UP कूच का ऐलान कर दिया। सीएम ने लखीमपुर जाने से पहले वहां जीप के कुचलने से मारे गए किसानों के परिवार को 50-50 लाख रुपए देने की भी घोषणा की थी।
सिद्धू से चल रहा मनमुटाव
सीएम चन्नी का सिद्धू से मनमुटाव चल रहा है। सीएम चन्नी ने इकबालप्रीत सहोता को डीजीपी और एडवोकेट एपीएस देयोल को AG लगा दिया। जिसका सिद्धू ने खुला विरोध किया। यहां तक कि इस्तीफा भी दे दिया। हालांकि उनके इस्तीफे को अभी मंजूरी नहीं मिली है। इसके बाद चन्नी और सिद्धू के बीच भी मनमुटाव हो गया। हालांकि सीएम चन्नी बार-बार कहते रहे कि सिद्धू पार्टी फोरम में बात करें। उन्होंने नए डीजीपी के लिए UPSC काे पैनल भी भेज दिया। वहीं, बेअदबी और गोलीकांड के लिए स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर नियुक्त कर दिया। इसके बावजूद सिद्धू नाराज चल रहे हैं।
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