बिहार में शराब से मौतों पर CM की दो टूक: नीतीश कुमार बोले- पीओगे तो मरोगे ही, शराबबंदी कानून में कोई समस्या नहीं

पटना3 मिनट पहले

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शराबबंदी की समीक्षा को लेकर जानकारी देते CM नीतीश कुमार। - Dainik Bhaskar

शराबबंदी की समीक्षा को लेकर जानकारी देते CM नीतीश कुमार।

बिहार में पिछले दिनों नकली शब पीने से 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद शराबबंदी कानून को लेकर राज्य के CM नीतीश कुमार विपक्ष समेत सत्ता पक्ष के कुछ नेताओं निशाने पर हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी कानून में कोई कमी नहीं है, कमी लोगों में है। लोग शराब पिएंगे तो मरेंगे ही। लोगों को जागरूक करना होगा।

CM ने कल शराबबंदी को लेकर बड़ी समीक्षा बैठक करने वाले हैं। सोमवार को उन्होंने कहा कि शराबबंदी को लेकर होने वाली बैठक में एक-एक चीज पर चर्चा होगी। सभी मंत्री और अधिकारी बैठक में शामिल होंगे और हर बिंदु पर विचार करेंगे। CM ने साफ कर दिया कि शराबबंदी कानून से वे एक कदम पीछे हटने वाले नहीं।

पुलिस-प्रशासन को कसने की तैयारी
शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब जैसी घटनाओं पर CM अब पुलिस-प्रशासन को कसने की तैयारी में दिख रहे हैं। CM ने कहा कि शराब से जुड़े मामलों में हम यह भी समीक्षा करेंगे कि कितने लोगों ने कंप्लेन की और उस पर क्या कार्रवाई हुई? अगर कोई गलत करता है तो उस पर एक्शन होगा। कौन लोग पकड़े गए, यह भी देखेंगे। शराबबंदी पर अब तक जितनी भी समीक्षा बैठक हुई। उसमें जो निर्देश दिए गए उस पर कितना अमल हुआ, इसको भी देखेंगे। चाहे जितना भी समय लगे, हम पूरी बात करेंगे।’ हालांकि सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर प्रशासन ने कितने कंप्लेन दर्ज किए हैं।

कानून में कमी नहीं, कुछ लोग इधर-उधर करते हैं
विपक्षी दलों समेत BJP की तरफ से भी शराबबंदी कानून की समीक्षा पर मुख्यमंत्री ने कहा- “शराबबंदी अभियान में कहीं कोई कमी नहीं है। कुछ लोग इधर-उधर करते हैं। कुछ लोग बोल रहे हैं, उसका कोई मतलब नहीं। यह कहना ठीक नहीं है, कुछ लोग मेरे खिलाफ हो गए हैं, उन लोगों को शराबबंदी बुरा लगता है। हम बापू की बात मानते हैं, वे शराबबंदी की बात करते थे। हमने उसे लागू किया है। शराबबंदी तो सर्वसम्मति से लागू किया गया था। तब किसी ने तो ऐतराज नहीं जताया, फिर अब क्यों विरोध कर रहे?”

कंगना के बयान को मजाक में उड़ा देना चाहिए
CM नीतीश कुमार ने कंगना रनोट के बयान पर कहा- ‘कुछ लोग यूं ही बोलते रहते हैं। इन लोगों को नोटिस नहीं लेना चाहिए। मुझे तो आश्चर्य हो रहा था कि उस खबर को लोगों ने इतना महत्व क्यों दिया। सब जानते हैं आजादी कब मिली और कैसे मिली। कुछ लोगों को बोलने की आदत होती है। ऐसे लोगों का मैं नोटिस नहीं लेता हूं। इनकी बातों को उसी समय मजाक में उड़ा देना चाहिए था। ये लोग पब्लिसिटी पाने के लिए ही इस तरह का बयान देते हैं। कुछ लोग पब्लिसिटी पाने के लिए मेरे खिलाफ बोलते हैं। इससे कुछ नहीं होने वाला है।

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