बहबलकलां गोलीकांड के पीड़ित परिवारों का फूटा गुस्सा: कहा- 6 साल से बेअदबी मामले पर हो रही राजनीति, DGP सैनी की गिरफ्तारी पर लगी रोक के पीछे सरकारों की मिलीभगत

लुधियाना2 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

बहबल कलां में चली गोली में मारे गए कृष्ण भगवान सिंह का बेटा सुखराज सिंह।

फरीदकोट के कोटकपूरा में हुई श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के बाद पुलिस फायरिंग में मारे गए 2 व्यक्तियों के परिजन एक बार फिर गुस्सा देखने को मिल रहा हैं। उनका कहना है कि बेअदबी और गोलीकांड मामले में अब तक सिर्फ राजनीति ही होती आ रही है। घटना के 6 साल बीतने के बाद भी इंसाफ का रास्ता दिखता नजर नहीं आ रहा।

बहबल कलां में चली गोली में मारे गए कृष्ण भगवान सिंह के बेटे सुखराज सिंह ने पूर्व DGP सुमेध सैनी पर हाईकोर्ट के फैसले पर चिंता जाहिर की है। उसका कहना है कि उसके पिता पर जब पुलिस ने गोली चलाई, तब DGP सुमेध सैनी थे और उसके आदेश बिना यह नहीं हो सकता।अब हाईकोर्ट की ओर से उस की गिरफ्तारी पर 2022 तक रोक लगा दी है। सुखराज कहते हैं कि यह सब सरकारों की मिलीभगत से ही हो रहा है। सुखराज का कहना है कि 2015 से पार्टियां इस पर राजनीति ही करती आ रही हैं। इसलिए ऐसी पार्टियों का बायकाट करना चाहिए।

2015 का पूरा मामला, अब तक चल रहीं जांच
यह मामला 2015 का है, जब बुर्ज जवाहर सिंह वाला के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरू ग्रंथ साहिब चोरी हुए थे। इनके अंग कुछ ही दिनों के बाद यहां की गलियों में पड़े मिले थे। इससे पहले गांव की गलियों में बेअदबी संबंधी पोस्टर भी लगा दिए गए थे। इसके बाद सिख संगठनों ने कोटकपूरा चौक और बहबल कलां में प्रदर्शन किया था। इस दौरान पुलिस की गोली से 2 लोगों की मौत भी हो गई थी। इसके बाद इन मामलों की जांच CBI के अलावा तीन अलग अलग जांच कमेटियां बनाकर करवाई जा चुकी है मगर इसका रिजल्ट मिलता नजर नहीं आ रहा है।

खबरें और भी हैं…

.