बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान हामून: ओडिशा-पश्चिम बंगाल में असर, कोस्टल एरिया से लोगों को हटाने का आदेश

भुवनेश्वर/कोलकाता10 मिनट पहले

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अरब सागर में आए साइक्लोन तेज के बाद बंगाल की खाड़ी में नया चक्रवात बन रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एक बुलेटिन में कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरा दबाव का क्षेत्र बन रहा है। सोमवार शाम तक यह चक्रवात में बदल जाएगा।

इस चक्रवाती तूफान को हामून नाम दिया गया है। ये नाम ईरान ने रखा है। रविवार रात को उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने के बाद यह सिस्टम वर्तमान में पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में स्थित है।

यह ओडिशा के पारादीप से लगभग 400 किमी और पश्चिम बंगाल में दीघा से 550 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है। चक्रवात के संभावित खतरे को देखते हुए कोस्टल एरिया से लोगों को हटाने का आदेश दिया है।

अब जानिए तूफान का क्या है पाथ…

उत्तर और उत्तरपूर्व की ओर बढ़ेगा, बांग्लादेश तट तक जाएगा
IMD के मुताबिक, अगले 12 घंटों में कम दबाव के क्षेत्र के चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। यह धीरे-धीरे उत्तर और उत्तरपूर्व की ओर बढ़ेगा। 25 अक्टूबर की शाम के आसपास खेपुपारा और चटगांव के बीच बांग्लादेश तट को पार करने की संभावना है।

इस बीच, ओडिशा सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है और प्रशासन को भारी बारिश की स्थिति में निचले इलाकों से लोगों को निकालने का निर्देश दिया है।

भारत में तूफान का कितना असर…

भारत से टकराने की संभावना नहीं, ओडिशा तट से 200 किमी दूर
मौसम वैज्ञानिक यू एस दास ने कहा, हामून चक्रवात ओडिशा तट से लगभग 200 किमी दूर समुद्र में चलेगा। उन्होंने कहा कि इसके प्रभाव से अगले दो दिनों में तटीय ओडिशा में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

मौसम विभाग ने कहा कि क्योंझर, मयूरभंज और ढेंकनाल के अलावा उत्तरी और दक्षिणी तटीय जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होगी। मत्स्य पालन एवं पशु संसाधन विकास विभाग ने मछुआरों को गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी है।

पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों पर असर
वहीं मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर, कोलकाता और दक्षिण 24 परगना जिलों के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने और मध्यम बारिश के साथ तूफान की भविष्यवाणी की है।

पिछले 6 महीनों में आए बड़े तूफान…

21 अक्टूबर: अरब सागर में आया तेज तूफान, ओमान की ओर बढ़ा

हामून चक्रवात से पहले अरब सागर में तेज नाम का तूफान उठा था। पहले इसके भारत की तरफ आने की संभावना थी। बाद में IMD ने बताया कि चक्रवाती तूफान का गुजरात के तटीय इलाकों से टकराने का खतरा टल गया है।

यह तूफान गुजरात से 1600 किमी दूर ओमान और यमन की तरफ बढ़ गया है। हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवातों के नामकरण के लिए अपनाए गए एक फॉर्मूले के अनुसार इस तूफान का नाम ‘तेज’ रखा गया है।

IMD के मुताबिक, तेज तूफान 25 अक्टूबर की सुबह अल गैदाह (यमन) और सलालाह (ओमान) से होकर यमन-ओमान के तटीय इलाकों को पार करेगा। हालांकि, निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर ने यमन-ओमान में चक्रवाती तूफान तेज के कमजोर पड़ने की संभावना जाहिर की है। पढ़ें पूरी खबर…

13 जून : अरब सागर से उठे तूफान बिपरजॉय ने गुजरात, महाराष्ट्र में मचाई तबाही

13 जून को अरब सागर से उठे बिपरजॉय तूफान ने भारत में काफी तबाही मचाई थी। 15 जून की शाम को तूफान गुजरात के कच्छ जिले के जखौ पोर्ट से टकराया। इस दौरान 150 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इसके चलते गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में भारी बारिश हुई।​​​​​​​ गुजरात में 9 लोगों की मौत हो गई थी। 940 से ज्यादा गांवों की बिजली गुल हो गई। वहीं, बाढ़ और रास्ते बंद होने से 4600 ग्रामीण इलाकों का संपर्क टूट गया था। पढ़ें पूरी खबर…

7 मई : बंगाल की खाड़ी में आए मोका तूफान से म्यांमार में 3 की मौत

​​​​​​7 मई को बंगाल की खाड़ी में मोका तूफान आया था। पहले यह इंडियन कोस्टल एरिया की तरफ बढ़ रहा था। बाद में यह म्यांमार के तट से टकराया। लगभग 200 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही हवाओं और तेज बारिश की वजह से कई घरों की छतें उड़ गईं और मोबाइल टावर गिर गए। इस तूफान का असर बांग्लादेश पर भी हुआ था। पढ़ें पूरी खबर…

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