पैरा एथलीट आर्चर हरविंद्र सिंह ने जीता ब्रॉन्ज मेडल: हरियाणा सरकार देगी 2.5 करोड़; झोलाछाप डॉक्टर से इंजेक्शन लगवाने से टांग खराब हुई, इकोनॉमिक्स में Phd कर रहा खिलाड़ी

करनाल4 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

हरियाणा के कैथल जिले के अजीत नगर में रहने वाले हरविंद्र सिंह ने टोक्यो पैरालिंपिक में आर्चरी (रिक्रव) में व्यक्तिगत ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है। हरविंद्र पहला ऐसा खिलाड़ी है, जिसने पैरालिंपिक में आर्चरी मे मेडल जीता है। प्रदेश सरकार की तरफ से हरविंद्र को 2.5 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल, खेल मंत्री संदीप सिंह ने हरविंद्र को बधाई दी।

हरविंद्र 6 सितंबर को टोक्यो से वतन लौटेगा। परिजनों के अनुसार, डेढ़ साल की उम्र में हरविंद्र को बुखान हुआ तो गांव में ही झोलाछाप डॉक्टर द्वारा उसे एक इंजेक्शन लगाया गया, जिससे उसकी टांग खराब हो गई। कई चिकित्सकों से उसका इलाज करवाया गया, लेकिन रिकवरी नहीं हो पाई। 29 वर्षीय हरविंद्र सिंह इन दिनों पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में इकोनॉमिक्स में पीएचडी कर रहा है।

पैरा एथलीट हरविंद्र सिंह का फाइल फोटो।

पैरा एथलीट हरविंद्र सिंह का फाइल फोटो।

अफसर बनने की थी उम्मीद, उससे भी बड़ा काम किया
हरविंद्र के पिता परमजीत सिंह ने कहा कि पढ़ाई में शुरू से वह काफी होशियार था। उन्हें लगता था कि हरविंद्र अफसर बनेगा। लेकिन 2012 में पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में पढ़ते हुए उसने तीरंदाजी की कोचिंग लेनी शुरू की। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनका बेटा इतनी बड़ी सफलता हासिल करेगा कि पूरी दूनिया में देश का नाम रोशन हो जाएगा।

मां की मौत के 20 दिन बाद ही जीता था सिल्वर मेडल

परमजीत सिंह ने बताया कि वर्ष 2017 में हरविंद्र की मां का निधन हो गया था। इसके बाद से वह सदमे में था। लेकिन हरविंद्र ने हिम्मत नहीं हारी और 20 दिन बाद ही सिंकदराबाद में आयोजित पैरा आर्चरी नेशनल चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीत लिया।

पैरा एथलीट हरविंद्र सिंह।

पैरा एथलीट हरविंद्र सिंह।

रैंकिंग स्कोर प्रतियोगिता में हासिल किए 600 अंक

टोक्यों पैरालिंपिक के दौरान ऑर्चरी में वर्ल्ड रैंकिंग स्कोर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें विश्व भर के 31 तीरंदाजों ने हिस्सा लिया था, जिसमें हरविंद्र ने 720 में से 600 का स्कोर किया।

खबरें और भी हैं…

.

Leave a Reply