पूर्व आईबी चीफ यशोवर्धन बता रहे: वो 4 बातें जिन पर आगे फोकस करने से कश्मीर में सुधर सकते हैं हालात

12 घंटे पहले

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पूर्व आईबी चीफ यशोवर्धन

कश्मीर में पिछले कुछ समय से आतंक फिर सिर उठा रहा है। अल्पसंख्यक हिंदुओं और अप्रवािसयों पर हमले हो रहे हैं। हत्याएं हो रही हैं। सुरक्षा बल माेर्चा ले रही हैं। हालात जल्द सामान्य होने के आसार हैं। कश्मीर में हालात बहाली के लिए पुख्ता रणनीति बनानी होगी।

1 : छोटे-छोटे इलाकों में सघन पूछताछ होगी

घाटी में अभी सक्रिय हुए आतंकी नौसिखिए हैं। पहला विकल्प तो यही है कि छोटे-छोटे एरिया को चरणबद्ध तरीके से कंट्रोल किया जाए। इसके लिए बड़े पैमाने पर पूछताछ करनी होगी, लेकिन इस बात का ध्यान रखना होगा कि पूछताछ सघन, लंबी या तंग करने वाली न हो। ताकि इसमें आम लोग शामिल हो सकें।

2: आतंकियों के टारगेट को ग्रुप में रखना जरूरी

हमें अंदाजा होता है कि आतंकियों के निशाने पर कौन हैं। इन्हें 2-2 या 3-3 के ग्रुप बनाकर सुरक्षा दी जा रही है। अब इसमें बदलाव करना होगा। कुछ ऐसे स्थान चिह्नित करने होंगे, जहां एक साथ सैकड़ों लोगों को सुरक्षा दी जा सके। अल्पसंख्यकों को एक जगह बसाने से उनमें सुरक्षा की भावना ज्यादा मजबूत होती है।

3: धर्मगुरु आगे आएंगे तो पलायन रुकेगा

कुछ मस्जिदों से गैर-गुस्लिमों से अपील की जा रही है कि वे घाटी छोड़कर नहीं जाएं। इससे नफरत कम हो रही है। इसी से मुस्लिम युवाओं में अलगाववाद की भावना खत्म हो सकती है। लेकिन, ऐसी अपील करने वाले धर्मगुरुओं की संख्या बढ़ानी जरूरी है।

4: गुप्तचर तंत्र को एजेंट खरीदने पड़े तो खरीद लें

गुप्तचर तंत्र सबसे महत्वपूर्ण अस्त्र है। आतंक के अंडरग्राउंड नेटवर्क के साथ-साथ ओवरग्राउंड वर्कर्स पर पैनी निगाह रखनी होगी। इन्हीं में से अपने नए एजेंट तैयार करने होंगे। इन्हें खरीदना पड़े तो जरूर खरीदें। ये लोग दोनों तरफ से कमाई करते रहे हैं।

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