पुरानी संसद से विदाई: संसद का यह सत्र छोटा, लेकिन ऐतिहासिक निर्णयों वाला…

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3 घंटे पहलेलेखक: नवनीत गुर्जर, नेशनल एडिटर, दैनिक भास्कर

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सही कहा है। संसद का यह विशेष सत्र समयावधि के हिसाब से बहुत छोटा है, लेकिन ऐतिहासिकता और इसमें लिए जाने वाले निर्णयों को लेकर बहुत बड़ा।

विपक्ष इस सत्र से पहले तरह- तरह के क़यास लगा रहा था। सवाल भी उठा रहा था। एजेंडा ज़ाहिर क्यों नहीं करते? कोई छिपा हुआ एजेंडा है क्या? कुछ अलग ही करने वाले हैं, आदि। पहले दिन जो हुआ वो पूरी तरह सकारात्मक भी था और ऐतिहासिक भी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शायद पहली बार दलगत राजनीति से बहुत ऊपर उठकर भाषण दिया।

पुराने संसद भवन से विदा लेने की इस घड़ी में वे भावुक भी हुए और श्रद्धावनत भी। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया, तो पंडित जवाहर लाल नेहरू, पीवी नरसिम्हा राव और डॉ. मनमोहन सिंह को भी पूरे मन से याद किया। कहा- इन सबने इस संसद में नेतृत्व धर्म को बखूबी निभाया है। इसलिए इन्हें हमेशा याद किया जाएगा।

43 साल तक संसद के सदस्य रहे इंद्रजीत गुप्ता और वर्षों इस सदन का सदस्य रहकर देश सेवा करने वाले लालकृष्ण आडवाणी को भी याद किया। इस पहले दिन की खूबी यह रही कि मोदी ने नेहरू की तारीफ़ की और कांग्रेस ने अटल बिहारी वाजपेयी की।

लगभग सभी राजनीतिक दल इस दिन इस बात पर सहमत दिखे कि राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ानी चाहिए। हो सकता है इस बारे में इसी सत्र में विधेयक भी पेश कर दिया जाए। राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ती है तो यह स्वस्थ राजनीति के भविष्य के लिए बहुत अच्छा होगा।

संसद सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री ने कहा कि यह विशेष अवसर है। विशेष सत्र है। इसमें हमें सब कुछ भूलकर संसद की गरिमा, उसमें रहे लोगों की सेवा का पुण्य स्मरण करना चाहिए। रोने- धोने और आरोप- प्रत्यारोप लगाने के लिए तो बहुत अवसर मिलेंगे। शायद मोदी की बात विपक्ष के भी गले उतरी।

विपक्ष ने भी इस सत्र के पहले दिन शुरुआती हंगामे के बाद सकारात्मक रवैया ही अपनाया। इस तरह के सकारात्मक माहौल के साथ मंगलवार को नए संसद भवन में प्रवेश होने जा रहा है। यह लोकतंत्र के लिए और संसदीय परम्परा के लिए भी शुभ है। हो सकता है महिला आरक्षण विधेयक जो वर्षों से अटका पड़ा है, इस बार संसद में पारित हो जाए। अगर ऐसा होता है तो यह सत्र संसदीय इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।