पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष पद से अधीर रंजन का इस्तीफा: बहरामपुर से लोकसभा चुनाव हार गए थे; ममता बनर्जी के विरोधी रहे

नई दिल्ली/कोलकाता2 घंटे पहले

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अधीर रंजन चौधरी 1999 से लगातार बहरामपुर लोकसभा सीट से जीतते आ रहे थे। लेकिन 2024 के चुनाव में TMC कैंडिडेट और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान से हार गए।

पश्चिम बंगाल कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से अधीर रंजन चौधरी ने इस्तीफा दे दिया है। राज्य प्रभारी महासचिव गुलाम अहमद मीर ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा- नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए प्रक्रिया जारी है, जल्द ही नए नाम की घोषणा की जाएगी।

कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने 29 जुलाई को पश्चिम बंगाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की थी। इसमें सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) के साथ संबंधों सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इसके बाद ही अधीर रंजन ने इस्तीफा दिया है।

अधीर रंजन ममता बनर्जी के विरोधी रहे हैं

अधीर रंजन चौधरी हमेशा से ममता बनर्जी के विरोधी रहे हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और TMC के बीच सीट शेयरिंग की चर्चा थी, लेकिन अधीर ने उसका खुलकर विरोध किया था। इसके बाद ममता ने कांग्रेस से किनारा कर लिया था। हालांकि कांग्रेस को इसका नुकसान उठाना पड़ा और खुद अधीर रंजन बहरामपुर से TMC के यूसुफ पठान से चुनाव हार गए।

27 जुलाई को भी ममता को झूठा कहा था

27 जुलाई को दिल्ली में नीति आयोग की बैठक से ममता चली गई थीं। ममता ने कहा था कि उन्हें मीटिंग में बोलने का मौका नहीं दिया गया। उनका माइक भी बंद कर दिया गया। इसके बाद अधीर रंजन चौधरी का बयान आया था। उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी झूठ बोल रही हैं। वो पहले से तय कर के गई थीं कि उन्हें क्या करना है।

खड़गे ने कहा था- चाहे तो पार्टी छोड़कर जा सकते हैं अधीर

करीब 2 महीने पहले 18 मई को TMC सुप्रीमो ममता बनर्जी के समर्थन को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी के बीच बयानबाजी हुई थी। चौधरी जहां ममता का विरोध कर रहे थे, वहीं खड़गे उनके (ममता बनर्जी) समर्थन में खड़े हो गए थे। उन्होंने अधीर को पार्टी छोड़कर जाने की नसीहत तक दे डाली थी।

दरअसल, ममता बनर्जी ने 15 मई को पश्चिम बंगाल के हुगली में एक चुनावी सभा में कहा- केंद्र में सरकार बनाने के लिए तृणमूल कांग्रेस I.N.D.I.A गठबंधन को बाहर से समर्थन देगी। 16 मई को उन्होंने मेदिनीपुर में कहा- इंडिया ब्लॉक उनके दिमाग की उपज है। मैं दिल्ली वाले गठबंधन में साथ हूं।

इस पर तब के कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा थी कि वे (ममता बनर्जी) चालाक महिला हैं, उन पर भरोसा नहीं कर सकते। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस 40 सीटें नहीं जीत सकती। अब वे समझ गई हैं कि वोटर्स इंडी गठबंधन को सपोर्ट कर रहे हैं। ये राजनीति में जिंदा रहने की उनकी एक चाल है।

अधीर के बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 18 मई को उन्हें चेतावनी दी। खड़गे ने कहा- ममता बनर्जी I.N.D.I.A गठबंधन के साथ हैं। इसका फैसला अधीर रंजन नहीं करेंगे। अगर वे मेरे या हाईकमान के फैसले से सहमत नहीं हैं तो पार्टी छोड़कर जा सकते हैं।

ममता के बयान के बाद अधीर और खड़गे ने क्या-क्या कहा, सिलसिलेवार पढ़ें…

  • 15 मई को ममता बनर्जी की हुगली जिले के चिनसुराह में चुनावी रैली थी। यहां उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी केंद्र में सरकार बनाने के लिए इंडिया गठबंधन भारत को बाहर से समर्थन देगी। उन्होंने यह भी कहा कि बंगाल में सीपीआई (एम) और कांग्रेस पर भरोसा न करें। वे हमारे साथ नहीं, भाजपा के साथ हैं। मैं दिल्ली के इंडिया ब्लॉक की बात कर रही हूं।
  • 15 मई को ही अधीर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने कहा- अब यह साफ हो चुका है कि इंडी गठबंधन सरकार बनाने की कगार पर है। इसलिए एक चतुर और मौकापरस्त नेता के रूप में, ममता बनर्जी ने पहले ही अपना समर्थन देने का फैसला सुना दिया है।
  • अधीर ने यह भी कहा कि ममता ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है। वे समझ गई हैं कि वोटर्स इंडी गठबंधन को सपोर्ट कर रहे हैं। उन्हें एहसास हो गया है कि उन्हें अलग-थलग कर दिया गया है। ये राजनीति में जिंदा रहने की एक चाल है।
  • चौधरी ने कहा- मुझे नहीं पता कि किस वजह से उन्हें गठबंधन छोड़ना पड़ा। उन्होंने यहां तक ​​कहा था कि कांग्रेस को 40 से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी। अब वे देख सकती हैं कि देश भर में स्थिति बदल रही है।
  • 16 मई को ममता ने मेदिनीपुर में एक सभा में अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा इंडिया ब्लॉक उनके दिमाग की उपज है। और TMC अभी भी इंडी ब्लॉक का हिस्सा है। फिर भी टीएमसी ने बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया। कांग्रेस और वाम मोर्चा ने राज्य के लिए सीट-बंटवारे का समझौता किया है, जिसके तहत वाम मोर्चा 12 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है, जबकि बाकी 30 सीटों को कांग्रेस ने अपने लिए रखा गया है।

खड़गे ने कहा- ममता पर फैसला पार्टी हाईकमान लेगा

  • 18 मई को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अधीर रंजन को चेतावनी देते हुए कहा कि ममता बनर्जी इंडी गठबंधन के साथ हैं। उन्होंने हाल ही में कहा है कि वह सरकार में शामिल होंगी। इसका फैसला अधीर रंजन चौधरी नहीं करेंगे। अगर वे मेरे या पार्टी हाईकमान के फैसले से सहमत नहीं हैं तो वे पार्टी छोड़ सकते हैं।

अधीर बोले- ममता हमें बंगाल में खत्म करना चाहती हैं

  • खड़गे के बयान के कुछ घंटे बाद चौधरी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा- मैं किसी ऐसे व्यक्ति के पक्ष में नहीं बोल सकता जो मुझे और बंगाल में हमारी पार्टी को राजनीतिक रूप से खत्म करना चाहता है। यह हर कांग्रेस कार्यकर्ता की लड़ाई है। मैंने उन सभी की ओर से बात की है।
  • चौधरी ने यह भी आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने पुरुलिया, बांकुरा और झाड़ग्राम में वामपंथियों को बदनाम करने के लिए माओवादियों की मदद ली और फिर उन्हें छोड़ दिया।

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