पत्नी के घूंघट न डालने की बेटी को सजा: पिता ने 3 साल की बेटी को हवा में उछालकर कमरे से बाहर फेंका, मौत होने पर गुपचुप अंतिम संस्कार कर दिया

अलवर6 घंटे पहले

पत्नी के घूंघट नहीं डालने पर एक पिता ने अपनी तीन साल की बेटी को कमरे से बाहर फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पिता रातभर घर से फरार रहा। मृत बेटी के बगल में मां रातभर बिलखती रही। उसे अपने पीहरवालों को फोन तक नहीं करने दिया गया। अगले दिन महिला के भाई और अन्य लोग आए। इसके बाद महिला ने हिम्मत दिखाई और पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। घटना 17 अगस्त की है। गुरुवार शाम बच्ची के आरोपी पिता और दादा को गिरफ्तार किया गया।

बहरोड़ थाना अधिकारी प्रेमप्रकाश ने बताया कि गादोज गांव निवासी मोनिका यादव की रिपोर्ट पर हत्या का मामला दर्ज किया है। मोनिका ने रिपोर्ट में बताया कि उसका पति प्रदीप यादव घर के अंदर रहने पर भी हमेशा घूंघट डालने के लिए कहता है। वह घूंघट भी करती थी, लेकिन 17 अगस्त की शाम को वह ननद के घर से गादोज लौटी थी। पति इस बात से नाराज हो गया कि उसने अपने ससुर के सामने पूरी तरह घूंघट नहीं डाला। उसने पत्नी से झगड़ा किया और उसकी पिटाई भी कर दी। थोड़ी देर बाद प्रदीप ने अपनी तीन साल की बेटी प्रियांशी को कमरे के भीतर से उछालते हुए बाहर फेंक दिया।

अस्पताल ले गई
मोनिका दो महिलाओं के साथ बेटी को अस्पताल लेकर गई। डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद रात को ही वह शव लेकर घर आ गई। उस समय पति प्रदीप यादव घर से चला गया था।

आरोपी प्रदीप, जिसने बेटी को मार डाला।

सुबह चुपचाप अंतिम संस्कार
18 अगस्त को सुबह करीब साढ़े आठ बजे बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया। उस दौरान प्रदीप घर पहुंच गया था। उसने गांववालों को बताया था कि बेटी कई दिनों से बीमार थी, जिससे उसकी मौत हो गई है। कुछ देर बाद प्रदीप के ससुराल वालों तक खबर पहुंची तो वे गादोज आ गए। उसके बाद पूरे मामले का पता चला।

बेटी के जन्म पर मिली थी कार
मोनिका ने पुलिस को बताया कि 2013 में उसकी शादी प्रदीप के साथ हुई थी। वह एक फैक्ट्री में काम करता है। 12वीं तक पढ़ा-लिखा है। मोनिका ग्रेजुएट है। शादी में परिवारवालों ने सामान और बाइक दी थी। प्रदीप दहेज की मांग को लेकर अक्सर झगड़ा करता था। उसकी 6 साल की एक और बेटी कशिश है। छोटी बेटी प्रियांशी का जन्म 2018 में हुआ था। तब पीहर वालों ने घर में कलह खत्म करने के लिए एक कार प्रदीप को गिफ्ट की थी। इसके बावजूद वह नहीं सुधरा तो रेवाड़ी में दो बार मामले दर्ज कराए। हालांकि, बाद में समझौता हो गया था।

कार्रवाई होगी
थाना अधिकारी प्रेमप्रकाश ने बताया कि हत्या के मामले में बिना पुलिस को सूचना दिए अंतिम संस्कार के बारे में जांच की जा रही है। इसमें शामिल हुए लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

खबरें और भी हैं…

.

Leave a Reply