पंजाब में टिफिन बम से अधिक खतरा हैंडग्रेनेड्स का: सरहदी इलाकों में एक माह में बॉर्डर पार से भेजे गए 11 हैंडग्रेनेड रिकवर, प्रदेश में 25 के आसपास डिलीवर किए जाने की आशंका

अमृतसर3 घंटे पहले

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पाकिस्तान से पिछले माह आई खेप, जिसमें पांच हैंड ग्रेनेड्स थे।

अजनाला में टिफिन बम से टैंकर उड़ाने की घटना और पिछले माह लगातार आतंकियों के पकड़ने जाने के बाद से पंजाब में आतंकी घटनाओं का डर बढ़ता जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान में बैठे पंजाब आधारित आतंकी यहां घटनाओं को अंजाम देने की तैयारी में है। तीन दिन पहले पकड़े गए आतंकी रूबल, विक्की भुट्टी, मलकीत सिंह व गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी ने अजनाला में तो टिफिन बम से ब्लॉस्ट किया ही था, लेकिन पाकिस्तानी आतंकी उन्हें एक और घटना को अंजाम देने के लिए कह रहे थे।

शम्मी और अमृतपाल सिंह से पुलिस ने दो बम रिकवर किए।

शम्मी और अमृतपाल सिंह से पुलिस ने दो बम रिकवर किए।

बीते महीने की बात करें तो पुलिस ने अभी तक 11 बम रिकवर किए हैं। 8 अगस्त की रात को पुलिस ने लाइन ऑफ कंट्रोल के पास बच्चीविंड के बॉर्डर एरिया में ड्रोन से बैग फैंक गया था। जिसमें से एक टिफिन बम और पांच हैंडग्रेनेड मिले थे। इसके बाद 15 अगस्त की रात को ही पुलिस ने ब्रिटेन स्थित आतंकवादी गुरप्रीत सिंह खालसा और गुरप्रीत के दो स्लीपर सैल शम्मी और अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार किया। इसके बाद बटाला के गांव सुचेतगढ़ से पुलिस ने चार हैंडग्रेनेड और दो पिस्टल बरामद किए थे। लेकिन कई हैंड ग्रेनेड डिलीवर हो चुके हैं, जो चिंता का विषय बने हुए हैं। सूचना है कि 25 के करीब हैंडग्रेनेड्स बार्डर पार से पंजाब में डिलीवर हो चुके हैं, जो अब टिफिन बम से अधिक खतरनाक हैं।

बार्डर पार से आया खाली पैकेट आज भी चिंता का विषय है।

बार्डर पार से आया खाली पैकेट आज भी चिंता का विषय है।

खाली पैकेट अभी भी चिंता का विषय

पांच दिन पहले बार्डर पर पाकिस्तान से आए ड्रोन ने हरकत की थी। ड्रोन घरिंडा थाने के भरोवाल गांव में एक पैकेट की डिलीवरी करके गया था। BSF ने ड्रोन को रोकने के लिए फायरिंग भी की, लेकिन ड्रोन पैकेट फैंक फरार हो गया था। जानकारी के अनुसार पैकेट का साइज डेढ़ X डेढ़ फीट का था। जिसमें 15 के करीब हैंड ग्रेनेड्स डिलीवर होने का शक बना हुआ है। इसके साथ ही बड़ी मात्रा में हेरोइन भी डिलीवर हुई है।

हथियार और ड्रग्स एक साथ हो रहे डिलीवर

बीते कुछ दिनों से बार्डर पर जब भी खेप पहुंचती है तो उसमें हेरोइन तो होती ही है, साथ ही उसके हथियार भी भेजे जाते हैं। पाकिस्तान में बैठा ISI एजेंट कासिम और प्रतिबंधित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के प्रमुख लखबीर सिंह रोडे मिल कर काम कर रहे हैं। विदेश में बैठे आतंकियों ने हेरोइन नेटवर्क का प्रयोग अब आतंक फैलाने के लिए कर दिया है। यही कारण है कि अजनाला के रूबल को उन्होंने स्लीपर सैल बनाने के लिए कहा। इससे पहले रूबल तस्करों के लिए ही काम कर रहा था।

हैंड ग्रेनेड्स हैं अधिक खतरनाक

सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार पंजाब में और जम्मू कश्मीर दोनों में ही ISI आतंक फैलाने का काम कर रहे हैं। पंजाब में अधिक स्पोर्ट ना मिलने के कारण अब ISI तस्करों का मोडयूल चुन रही है। लेकिन जम्मू कश्मीर की तरह ही यहां भी हैंड ग्रेनेड्स बड़ा खतरा बनेंगे। हैंड ग्रेनेड्स का प्रयोग राज्य में देहशत फैलाने के लिए हो सकता है।

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