पंजाब कांग्रेस में निशाने पर मनप्रीत: वित्त मंत्री के खिलाफ जमीन तैयार करने में जुटे मालवा के कांग्रेसी, कांगड़ और राजा वड़िंग ने साधा निशाना

लुधियाना6 घंटे पहलेलेखक: दिलबाग दानिश

  • कॉपी लिंक

पंजाब कांग्रेस में चल रहा गृह युद्ध शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और सरकार के बीच चल रही खींचतान के साथ ही अब पार्टी के कुछ नेता वित्त मंत्री मनप्रीत बादल पर भी निशाना साध रहे हैं। गुरप्रीत कांगड़ ने बिना नाम लिए बड़ा हमला बोला तो परिवहन मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भी वीडियो जारी कर मनप्रीत बादल के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया।

गुरप्रीत कांगड़ ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि हाईकमान ने दूसरी पार्टी से आए शायरी करने वाले नेता को उनके सिर पर बैठा दिया। यह मौका परस्त लोग पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। कांगड़ ने कहा कि वह कांग्रेस के सच्चे सिपाही होने के नाते CM चरणजीत सिंह चन्नी का हर संदेश लोगों के बीच लेकर जा रहे हैं। लेकिन मालवा में लोगों के बीच कांग्रेस सरकार की स्थिति ठीक नहीं है। लोग सवाल पूछते हैं तो वह क्या जवाब दें।

कैप्टन अमरिंदर सिंह के हटने का बाद विधायक दल का नेता चुने जाने पर चरणजीत सिंह चन्नी सीधा मनप्रीत बादल के घर पहुंचे और उनका अभिनंदन किया, तस्वीर उसी भावुक पल की है।

कैप्टन अमरिंदर सिंह के हटने का बाद विधायक दल का नेता चुने जाने पर चरणजीत सिंह चन्नी सीधा मनप्रीत बादल के घर पहुंचे और उनका अभिनंदन किया, तस्वीर उसी भावुक पल की है।

कांगड़ बोले- आंखें मूंद लेने से होगा नुकसान
कांगड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री चन्नी को देखना होगा जो दूसरी पार्टी छोड़कर आया और अपनी पार्टी भी जिसने बनाई फिर वह कैसे कांग्रेस का भला कर सकते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि इस ओर ध्यान दें, यदि उन्होंने आंखें मूंद लीं तो उनके और पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा। कांगड़ का कहना है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को पार्टी ने ही मान सम्मान दिया था और उन्हें पार्टी को छोड़ना नहीं चाहिए था। मगर वह कैप्टन अमरिंदर सिंह की इज्जत करते हैं।

वड़िंग ने लोकसभा चुनाव में हार का जिम्मेदार बताया
पंजाब के परिवहन मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग रविवार सुबह चंडीगढ़ जाते समय रास्ते में वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के विधानसभा क्षेत्र के रोज गार्डन पहुंचे। वहां लोगों के साथ मिले। उसी दौरान एक व्यक्ति ने उनके कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन समय बेहद कम मिला है।

उस समय एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि समय तो लोकसभा चुनाव में भी सही आता यदि मनप्रीत साथ दे देते। लुधियाना से 15 से 20 हजार वोट आने चाहिए थे। वीडियो को वड़िंग के साथी ने जारी किया है। साथ में लिखा कि, देखो राजा वड़िंग के लोकसभा चुनाव हारने पर लोग क्या खुलासा कर रहे हैं। यही नहीं वड़िंग भी कई बार अपने बयानों में मनप्रीत बादल का विरोध कर चुके हैं।

पार्क में मनप्रीत के कारण हारने की बात कहने वाले शख्स को वड़िंग ने गले लगाया।

पार्क में मनप्रीत के कारण हारने की बात कहने वाले शख्स को वड़िंग ने गले लगाया।

मनप्रीत बादल के खिलाफ हैं कई कांग्रेसी
मनप्रीत बादल ने 2012 में “पीपल्स पार्टी ऑफ पंजाब’ बनाकर विधानसभा चुनाव लड़ा था। जीत तो नहीं पाए लेकिन 5 फीसदी वोट उन्हें मिले थे और कांग्रेस की हार का बड़ा कारण बना। हार का ठीकरा कैप्टन अमरिंदर सिंह के सिर पर फोड़ा गया। इसके बाद हाईकमान ने मनप्रीत सिंह बादल, परगट सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू को सीधे पार्टी ज्वॉइन करवाई। मनप्रीत को वित मंत्री बनाया गया।

इससे कैप्टन अमरिंदर सिंह खुद और उनके पक्ष के कई बड़े नेता नाराज थे। यह भी चर्चा है कि कैप्टन की सत्ता पलट के पीछे भी मनप्रीत बादल का बड़ा हाथ है। मालवा में पुराने कांग्रेसी नेता नहीं चाह रहे कि मनप्रीत का कद इस तरह से बढ़े। इसलिए उनके खिलाफ अब कांग्रेसी जमीन तैयार करने में जुटे हैं।

प्रकाश सिंह बादल के भतीजे हैं मनप्रीत
कांग्रेस की मुख्य विरोधी पार्टी शिरोमणि अकाली दल बादल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल के भतीजे मनप्रीत बादल ने वित मंत्री रहते अकाली दल छोड़ दिया था। इसके बाद उन्होंने “पीपल्स पार्टी ऑफ पंजाब’ बनाई थी। उनके कांग्रेस में शामिल होने पर कई नेताओं ने आरोप लगाए थे कि उन्हें साजिश के तहत कांग्रेस में भेजा है और वह अकाली परिवार से रिश्ते निभाते रहे हैं।

बठिंडा से हरसिमरत कौर बादल लोकसभा चुनाव लड़ती हैं और पिछले चुनाव के दौरान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा गया और वह बेहद कम वोटों से ही चुनाव हार गए थे।

खबरें और भी हैं…

.