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- कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत नागरा बोले- पंजाब प्रमुख भगवंत मान को बोलने नहीं दिया जा रहा, सीएम की तरह घूम रहे हैं राघव चड्ढा
जालंधर5 घंटे पहले
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पंजाब प्रदेश कांग्रेस के वर्किंग प्रधान कुलजीत नागरा की फाइल फोटो।
पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर राज्य में सियासी गर्माहट तेज होने लगी है। गुरुवार को कांग्रेस के वर्किंग प्रधान कुलजीत नागरा ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर जमकर कटाक्ष किए। नागरा ने कहा कि पार्टी के पंजाब प्रधान भगवंत मान को अमृतसर में बोलने नहीं दिया गया। वहीं, राघव चड्ढा मुख्यमंत्री की तरह घूम रहे हैं। संयोजक अरविंद केजरीवाल को तुरंत इसके बारे में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। नागरा का यह बयान तब आया है, जब पंजाब विधानसभा में विपक्षी दल के नेता हरपाल चीमा ने कैप्टन सरकार पर बढ़ते क्राइम रेट को लेकर निशाना साधा था।
नागरा ने कहा कि आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल कहीं तपस्या कर रहे हैं। पंजाब प्रधान भगवंत मान अंडरग्राउंड हो गए हैं। 2017 की तरह दिल्ली की लीडरशिप पंजाब चुनावों में इस बार भी कब्जा करना चाहती है। उनका टोला यहां पहुंच चुका है, तभी राघव चड्ढा सभी पॉलिसी स्टेट्मेंट्स दे रहे हैं। पंजाब प्रधान भगवंत मान नजर नहीं आ रहे। जिस दिन अमृतसर में अकाली नेता (सेवा सिंह सेखवां) को ज्वॉइन कराया तो भी मान को नहीं बोलने दिया गया। नागरा ने पूछा कि यह कैसी जल्दबाजी है कि केजरीवाल अमृतसर में बैठक करते हैं लेकिन अकाली नेता को शामिल करने की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भगवंत मान को एक मिनट का वक्त भी नहीं दिया।
पिछले चुनाव में इकट्ठा किए एक हजार करोड़ का हिसाब दे AAP
नागरा ने आम आदमी पार्टी छोड़ चुके नेताओं के नाम लेकर पिछले विस चुनाव में इकट्ठा हुए चंदे का हिसाब सार्वजनिक करने को कहा। नागरा ने कहा कि आप नेताओं ने ही कहा है कि 2017 में पंजाब के लोगों व एनआरआई पंजाबियों से AAP ने एक हजार करोड़ रुपए इकट्ठा किया। पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे कुमार विश्वास ने भी इस पर सवाल खड़े किए। इसके बाद योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, एचएस फूलका, सुच्चा सिंह छोटेपुर, गुरप्रीत घुग्गी, धर्मवीर गांधी व हरिंदर सिंह खालसा ने भी पूछा लेकिन कुछ नहीं बताया गया। केजरीवाल हर रुपए का हिसाब वेबसाइट पर देने की बात कहते थे, लेकिन सब गायब हो गया।
भगवंत मान के बहाने पंजाब Vs बाहरी का मुद्दा
कुलजीत नागरा के इस बयान को सियासी तौर पर भगवंत मान की नाराजगी के बहाने पंजाब Vs बाहरी के मुद्दे से जोड़कर देखा जा रहा है। पार्टी के भीतर चर्चा है कि मान खुद को CM चेहरे के रूप में घोषित कराना चाहते हैं। केजरीवाल पंजाब का सीएम सिख चेहरा होने की बात कह चुके हैं लेकिन वह कौन होगा? इसकी अभी कोई घोषणा नहीं की। इसे देखते हुए कांग्रेस फिर मुद्दा खड़ा कर रही है कि अगर आप जीती तो फिर कोई बाहरी पंजाब का सीएम बन सकता है। पिछले चुनाव में भी आप इस वजह को अपना बड़ा सियासी नुकसान मानती रही है। कुछ महीने पहले जब केजरीवाल से दिल्ली में बैठक हुई तो भी पंजाब के विधायकों ने यह मुद्दा उठाया था। इसके बावजूद आप ने पंजाब में सीएम चेहरे की घोषणा अब तक नहीं की है।
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