देसी नस्ल के डॉग्ज केंद्रीय पुलिस बल में शामिल होंगे: विस्फोटक सूंघने, IED खोजने जैसे कामों की ट्रेनिंग दी जाएगी, K9 दस्ते के पास जिम्मेदारी

नई दिल्ली4 मिनट पहले

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CAPF में हर साल 300 पिल्लों को भर्ती किया जाता है, जिन्हें ट्रेनिंग देकर तैनात किया जाता है।

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) जल्द ही इंडियन ब्रीड के डॉग तैनात करने वाला है। रामपुर हाउंड, हिमालय माउंटेन कैनाइंस और हिमाचली शेफर्ड में गद्दी, बखरवाल, तिब्बती मास्टिफ जैसे देसी नस्ल के कुत्तों को केंद्रीय पुलिस बल में शामिल किया जाएगा। इन डॉग्ज के सिलेक्शन से लेकर ट्रेनिंग तक की जिम्मेदारी K9 दस्ते के पास होती है।

इन कुत्तों को संदिग्ध, नशीले पदार्थ और विस्फोटकों को सूंघने, आईईडी (IED) खोजने, खदानों में जांच करने, नकली कैश को पकड़ने के साथ जोखिम वाले इलाकों में गश्त करने और आतंकियों को खोजने में पुलिस की मदद करने के लिए तैनात किया जाएगा।

देसी डॉग सभी सुरक्षा बलों में तैनात होंगे
सीमा सुरक्षा बल (BSF), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), केंद्रीय ओद्यौगिक सुरक्षा बल (CISF) जैसे CAPF पुलिस के कामों में मदद के लिए देसी कुत्तों को भर्ती करने के लिए तैयार है। रामपुर हाउंड ब्रीड के डॉग की ट्रेनिंग अभी चल रही है। वहीं, हिमालयन माउंटेन कैनीस की ट्रेनिंग और टेस्टिंग के आदेश जारी हो गए हैं।

गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि मुधोल हाउंड नस्ल के देसी कुत्ते की टेस्टिंग BSF और ITBP की ओर से पहले ही किया जा चुका है। CRPF और BSF के डॉग ट्रेनिंग सेंटर में रामपुर हाउंड जैसे कुत्तों की टेस्टिंग चल रही है।

एक अधिकारी ने बताया कि BSF, ITBP और BSF को हिमाचली शेफर्ड, गद्दी, बखरवाल और तिब्बतन मास्टिफ जैसे पर्वतीय कुत्तों को एकसाथ ट्रेनिंग देने के लिए आदेश जारी किया गया।

अभी विदेशी नस्ल के कुत्ते कर रहे मदद
वर्तमान में केंद्रीय पुलिस में तैनात सभी कुत्ते विदेशी नस्ल के हैं। इनमें जर्मन शेफर्ड, लैब्राडोर, बेल्जियम मैलिनोस और कॉकर स्पैनियल नस्ल के कुत्ते शामिल हैं। इन कुत्तों के साथ एक हैंडलर की भी तैनाती की जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले भी साइंटफिक तरीके से देसी नस्ल के डॉग्ज को आर्मी, सुरक्षा बल और पुलिस में शामिल करने और उन्हें बढ़ावा देने की बात कह चुके हैं।

K9 दस्ते में होती है डॉग की ट्रेनिंग
सभी डॉग K9 दस्ते के तहत तैनात किए गए हैं। K9 दस्ता सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के लिए डॉग की ट्रेनिंग और सिलेक्शन करने का काम करता है। गृह मंत्रालय ने 2019 में पुलिस मॉडर्नाइजेशन के तहत K9 दस्ते की स्थापना की। इस दस्ते में डॉग्स की ब्रीडिंग, ट्रेनिंग और सिलेक्ट करने का काम किया जाता है। इसके लिए K9 दस्ते में मानक (SOP) तैयार की गई है, जिसमें डॉग के सिलेक्शन से लेकर उनकी ट्रेनिंग सिलेबस तक शामिल है।

जानिए CAPF में तैनात होने वाले देसी नस्ल के डॉग के बारे में…

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