पटना में सुबह से ही घाटों पर बड़ी संख्या में लोग जुटे. व्रतियों ने गंगा में स्नान किया और छठी मैया के गीत गए. इसके बाद उन्होंने चावल, गुड़ और दूध से बनी खीर और गेहूं की रोटी का प्रसाद बनाकर खिलाया और खरना की परंपरा निभाई.
बिहार-झारखंड समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में मनाए जाने वाले त्योहार छठ की शुरुआत हो गई है. सोमवार को नहाय-खाय से इस पर्व की शुरुआत हो गई है. इस पर्व के दूसरे दिन को खरना कहा जाता है. मंगलवार को व्रत करने वाली महिलाओं ने पूरे दिन के व्रत के बाद शाम को गुड़ से बनी खीर खाकर व्रत तोड़ा. यही खरना का प्रसाद होता है. इसी के साथ 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरु हो गया है.
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इस पर्व का बिहार समेत पूरे उत्तर भारत में महत्व है. इस पर्व पर राजनीति से जुड़े लोग भी अपनी परंपराओं को निभाते नजर आ रहे हैं. बिहार की डिप्टी सीएम रेणु देवी बेतिया में छठ पर्व मना रही हैं. उन्होंने खरना के लिए खीर का प्रसाद बनाया.
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पटना में सुबह से ही घाटों पर बड़ी संख्या में लोग जुटे. व्रतियों ने गंगा में स्नान किया और छठी मैया के गीत गए. इसके बाद उन्होंने चावल, गुड़ और दूध से बनी खीर और गेहूं की रोटी का प्रसाद बनाकर खिलाया और खरना की परंपरा निभाई.
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छठ पर्व को लेकर मंगलवार को घाटों से लेकर बाजारों तक लोगों की भीड़ दिखी. छठ के कारण फलों के बाजार में भीड़ दिखी. वहीं इसी वजह से फलों के दाम में भी तेजी है. दूसरी ओर पटना में लोगों ने घाटों पर स्नान किया. बड़ी संख्या में लोग यहां से गंगाजल भरकर ले गए.
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बिहार में छठ पूजा के लिए घाटों को तैयार किया गया है. कोरोना काल में इस महापर्व को सुरक्षित तरीके से मनाया जाए, इसके लिए सभी को गाइडलाइन का पालन करने को कहा गया है. 25 जिले के 99 छठ घाटों पर SDRF को लगाया गया है.
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सौजन्य से tv 9 hindi. com
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