देर रात सियालदह पहुंची कंचनजंगा एक्सप्रेस: एक्सीडेंट वाले रूट पर 7 ट्रेनें कैंसिल, 37 ट्रेनों को डायवर्ट; 19 जून को हादसे की जांच करेंगे अधिकारी

  • Hindi News
  • National
  • West Bengal Kanchanjunga Express Train Accident Update | Darjeeling Train Tragedy

सियालदह4 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

सियालदह स्टेशन पर पहुंचते ही ट्रेन में यात्री भावुक हो गए।

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में 17 जून की सुबह 8:55 बजे एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) को पीछे से टक्कर मार दी थी। रेलवे के मुताबिक इस हादसे में 9 लोगों की मौत हुई, जबकि 41 पैसेंजर घायल हुए।

फिटनेस टेस्ट पास करने के बाद कंचनजंगा ट्रेन देर रात करीब 3.15 बजे सियालदह पहुंची। हालांकि हादसे के कारण इस रूट से जाने वाली 7 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया। जबकि 37 ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया है।

उधर, नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे ने हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए 19 जून को इंक्वायरी के आदेश दिए हैं। ये जांच चीफ कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी जनक गर्ग ADRM चेंबर में करेंगे।

इसके लिए हादसे से जुड़े सबूतों को जांच अधिकारी के पास भेजने कहा गया है। साथ ही कुछ लोगों को बुलाया भी गया है।

हादसे के बाद दूसरे दिन की 2 तस्वीरें

हादसे में घायल लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है।

हादसे में घायल लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है।

एक्सीडेंट के बाद ट्रैक से क्षतिग्रस्त रेल बोगी का मलबा हटा दिया गया है। आज दोपहर तक दोनों लाइन चालू होने की संभावना है।

एक्सीडेंट के बाद ट्रैक से क्षतिग्रस्त रेल बोगी का मलबा हटा दिया गया है। आज दोपहर तक दोनों लाइन चालू होने की संभावना है।

ये ट्रेनें कैंसिल हुईं

  • 15719- कटिहार-सिलीगुड़ी इंटरसिटी एक्सप्रेस
  • 15720 -सिलीगुड़ी-कटिहार इंटरसिटी एक्सप्रेस
  • 12042- न्यू जलपाईगुड़ी-हावड़ा शताब्दी एक्सप्रेस
  • 12041- हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी शताब्दी एक्सप्रेस
  • 15724- सिलीगुड़ी-जोगबनी इंटरसिटी एक्सप्रेस
  • 75705- राधिकापुर सिलीगुड़ी डेमू इंटरसिटी एक्सप्रेस
  • 07519- मालदा कोर्ट – सिलीगुड़ी जंक्शन डेमू स्पेशल

दावा- जब हादसा हुआ, उसके 3 घंटे पहले से सिग्नल खराब था

  • न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक रानीपात्रा रेलवे स्टेशन और छत्तर हाट जंक्शन के बीच ऑटोमेटिक सिग्नलिंग सिस्टम सुबह 5.50 बजे से ही खराब था। कंचनजंगा एक्सप्रेस सुबह 8:27 बजे रंगापानी स्टेशन से रवाना हुई और रानीपात्रा स्टेशन से छत्तर हाट के बीच रुकी रही।
  • जब सिग्नलिंग सिस्टम में खराबी आती है तो स्टेशन मास्टर TA-912 रिटन अथॉरिटी जारी करता है। यह ड्राइवर को खराबी के कारण सभी रेड सिग्नल पार करने का अधिकार देता है। रानीपात्रा के स्टेशन मास्टर ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को TA-912 जारी किया था। ट्रेन 10 मिनट यहां रुकी रही। 8:42 बजे रंगापानी से निकली मालगाड़ी 8.55 पर कंचनजंगा एक्सप्रेस से भिड़ गई।
  • सूत्रों के मुताबिक, केवल जांच से ही पता चल सकता है कि क्या मालगाड़ी को खराब सिग्नल को तेज गति से पार करने के लिए TA-912 भी दिया गया था या यह लोको पायलट की गलती थी, जिसने डिफेक्टिव सिग्नल नॉर्म का उल्लंघन किया।
  • यदि दूसरी कंडीशन अप्लाई होती है तो रेलवे के नियम के मुताबिक, ड्राइवर को हर डिफेक्टिव सिग्नल पर एक मिनट के लिए ट्रेन को रोकना चाहिए था। इतना ही नहीं, इस दौरान ट्रेन की स्पीड भी 10 किमी प्रति घंटे की होनी चाहिए थी।

घायलों और मरने वालों के परिवारों को मिलेगा मुआवजा
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना में जान गंवाने वाले परिवारों को 10 लाख रुपए, गंभीर घायलों को 2.50 लाख रुपए और मामूली घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की। इसके अलावा हादसे में मारे गए लोगों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए मदद का ऐलान किया गया है।

खबरें और भी हैं…