तेलंगाना गवर्नर बोलीं- उत्तरी राज्य गोमूत्र नहीं गोमुद्रा के प्रतिनिधि: तमिलिसाई ने कहा- ऐसा कहने वाला तमिलनाडु का सांसद, ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है

अहमदाबाद11 मिनट पहले

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गवर्नर तमिलिसाई शुक्रवार (8 दिसंबर) को अहमदाबाद में इंडिया थिंक काउंसिल और गुजरात यूनिवर्सिटी के इवेंट में बोल रही थीं।

तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने कहा कि नॉर्थ स्टेट्स गौमुद्रा (गाय का पवित्र प्रतीक) का प्रतिनिधित्व करते हैं, न कि गौमूत्र का। तमिलिसाई का यह कमेंट DMK नेता सेंथिल कुमार के संसद में दिए विवादित बयान के बाद आया है।

गवर्नर तमिलिसाई शुक्रवार (8 दिसंबर) को अहमदाबाद में इंडिया थिंक काउंसिल और गुजरात यूनिवर्सिटी के इवेंट में बोल रही थीं। उन्होंने सेंथिल कुमार के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के लोकसभा सांसद सेंथिल कुमार ने मंगलवार (5 दिसंबर) को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भाजपा की जीत के बाद हिंदी भाषी राज्यों को गोमूत्र राज्य कहा था।

तमिलिसाई बोलीं- मुझे बुरा लगा कि यह कहने वाला खुद तमिलनाडु से है
तमिलिसाई ने कहा- मैं तमिलनाडु से हूं और मुझे यह कहना पड़ रहा है, क्योंकि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजकल कुछ लोग उत्तर-दक्षिण को बांट रहे हैं। मुझे बहुत बुरा लगा जब तमिलनाडु के ही एक संसद सदस्य ने यह कहा कि उत्तरी राज्य गौमूत्र राज्य हैं। मैं यही कहूंगी कि उत्तरी राज्य गौमुद्रा स्टेट्स हैं, गौमूत्र नहीं।

तेलंगाना गवर्नर बोलीं- मैं ऐसा इसलिए कह रही हूं क्योंकि यह विभाजन नहीं होना चाहिए। हर एक का सम्मान होना चाहिए। प्राचीन काल में तमिलनाडु के लोग हुंडियाल (गुल्लक) भगवान के सामने रखते थे। वे हर दिन इसमें कुछ पैसे डालते थे, ताकि वे उस पैसे से अपने जीवन में कम से कम एक बार काशी जा सकें।

सेंथिल ने पहले संसद के बाहर, फिर अंदर माफी मांगी

लोकसभा में जम्मू-कश्मीर आरक्षण और पुनर्गठन बिल पर चर्चा हो रही थी। इस दौरान धर्मपुरी से DMK सांसद डॉ. सेंथिल कुमार ने कहा था कि भाजपा की ताकत केवल हिंदी बेल्ट के उन राज्यों को जीतने में ही है, जिन्हें हम आमतौर पर गोमूत्र राज्य कहते हैं।

सेंथिल ने यह भी कहा था कि दक्षिण के राज्यों में BJP को घुसने नहीं दिया गया है। यह खतरा जरूर है कि कश्मीर की ही तरह भाजपा दक्षिण भारत के राज्यों को भी केंद्र शासित प्रदेश न बना दे, क्योंकि ये वहां जीत नहीं सकते तो उसे UT बनाकर गवर्नर के जरिए शासन कर सकते हैं।

हालांकि, विवाद बढ़ता देख सेंथिल ने पहले संसद के बाहर और फिर दूसरे दिन संसद में कार्यवाही के दौरान अपने बयान के लिए माफी मांगी थी।

तमिलिसाई के बयान की बड़ी बातें…

  • राज्यपाल सुंदरराजन ने कहा कि भारत के लोगों को क्षेत्रीय आधार पर बांटने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जा सकती हैं। उन्होंने कहा- आप लोगों को कैसे विभाजित कर सकते हैं? आध्यात्मिक रूप से लोग विभाजित नहीं हैं। राजनीतिक रूप से कुछ लोग विभाजित करना चाहते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हो सकता क्योंकि इस देश के लोग आध्यात्मिक रूप से एकजुट हैं।
  • तमिलनाडु में, लोग काशी और रामेश्वरम का अलग से उल्लेख नहीं करते हैं। लोग कहते हैं काशी-रामेश्वरम। क्योंकि जो भी लोग काशी आते हैं, वे अपनी आध्यात्मिक यात्रा पूरी करने के लिए रामेश्वरम भी आते हैं। और जो लोग रामेश्वरम जाते हैं, वे काशी भी जाते हैं।
  • उत्तर-दक्षिण विभाजन को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए। उत्तर में काशी है और दक्षिण में तेनकासी (तमिलनाडु का एक शहर) है। मैं उन लोगों से फिर से कह रही हूं, जो विभाजन करना चाहते हैं। वे सफल नहीं होंगे क्योंकि हमारे संस्कृति हमें एकजुट करती है।

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