टीवी पर अब नहीं देख पाएंगे DD नेशनल चैनल!: प्रसार भारती का बड़ा फैसला; 1 अक्टूबर से बंद हो जाएगी एनालॉग फ्रीक्वेंसी, सिर्फ डिश के माध्यम से होगा डिजिटल प्रसारण

हिसारएक घंटा पहले

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एक घर में छत पर लगा एंटीना, पुराने दिनों की याद दिलाता हुआ।

2000 के दशक तक लोगों के मनोरंजन का साधन रहा डीडी नेशनल चैनल अब टेलीविजन पर देखने को नहीं मिलेगी। क्योंकि एक अक्टूबर से एंटीने पर चलने वाला यह एकमात्र चैनल बंद हो जाएगा। प्रसार भारती ने एक अक्टूबर से डीडी नेशनल की एनालॉग फ्रीक्वेंसी को बंद करने का फैसला लिया है। अब डीडी नेशनल सिर्फ सेटेलाइट डिश के जरीए ही देखा जा सकेगा। इसके साथ ही एंटीने का 55 साल पुराना सफर भी खत्म हो जाएगा। इस बारे में प्रसार भारती ने आसपास चल रहे सभी रिले सेंटरों को पत्र जारी कर दिया है।

दूरदर्शन रिले केंद्र नारनौल के प्रभारी रणदीप यादव ने बताया कि स्थलीय प्रेषित्र सेवा के तहत प्रसारित किए जा रहे दूरदर्शन के कार्यक्रम 31 अक्टूबर 2021 के पश्चात बंद कर दिए जाएंगे। दर्शकों को यह कार्यक्रम अब एंटीना के माध्यम से देखने को नहीं मिलेंगे। अब दूरदर्शन के सभी कार्यक्रम देखने के लिए डीडी फ्री डिश पर उपलब्ध है। अधिक जानकारी के लिए दूरदर्शन की वेबसाइट ddindia.gov.in पर लॉगइन कर सकते हैं।

हिसार रिले सेंटर पर लगे उपकरण।

हिसार रिले सेंटर पर लगे उपकरण।

हरियाणा में 32 साल पुराना है दूरदर्शन का सफर

1965 के दशक में दिल्ली में प्रसार भारती की तरफ से दूरदर्शन केंद्र का निमार्ण किया गया था। तब तक सैटेलाइट के युग का उदय नहीं हुआ था। लोगों के घरों तक चैनल के सिग्नल भेजने के लिए एनालॉग तकनीक का प्रयोग किया जाता था। इस तकनीक में एक सेंटर से चैनल की तरंगों को वायुमंडल में छोड़ दिया जाता है। उसके बाद लोग अपने घरों में छत पर एंटीना लगाकर इन तरंगों को पकड़ते थे, जो टेलीविजन बॉक्स तक पहुंचती थीं। दिल्ली सेंटर से दूरदराज के एरिया तक रेंज नहीं पहंच पाती थी तो लोग सिग्नल की तलाश में एंटीने को घुमा-घुमाकर प्रयास करते रहते थे। इस कारण से साल 2000 में रेवाड़ी, हिसार, कुरूक्षेत्र में स्थानीय रिले सेंटर का निर्माण किया गया था। इन सेंटरों पर दिल्ली से आ रहे सिग्नल को बूस्टअप करके नजदीकी एरिया में छोड़ा जाता था, ताकि लोगों को बेहतर क्वालिटी मिल सके। वर्ष 2004 तक एंटीना के जरिए चलने वाले डीडी नेशनल व डीडी मैट्रो लोगों के पसंदीदा चैनल हुआ करते थे। सैटेलाइट युग आने के बाद से एंटीना धीरे-धीरे खत्म होता चला गया। अब नाममात्र घरों पर ही एंटीना लगा दिखाई देता था, जो अब बिल्कुल नजर ही नहीं आएगा।

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