झारखंड में बोली पर विवाद: सीएम बोले- इज्जत लूटते वक्त भोजपुरी में दी जाती हैं गालियां, भाजपा ने पूछा- एक भाषा बोलने वाले बलात्कारी कैसे?

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, रांची

द्वारा प्रकाशित: प्रांजुल श्रीवास्तव
अपडेट किया गया बुध, 15 सितंबर 2021 12:20 PM IST

सार

हेमंत सोरेन के मगही और भोजपुरी पर दिए गए बयान के बाद राजनीति गर्म हो गई है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि सीएम तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
– फोटो : PTI

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मगही और भोजपुरी पर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के विवादास्पद बयान के बाद भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा के भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा है कि हेमंत सोरेन जाति, संप्रदाय और भाषा की राजनीति करना चाह रहे हैं। आरोप लगाया कि हिंदू का विरोध करते-करते वे हिंदी के विरोध पर पहुंच गए हैं।

दरअसल, पिछले दिनों मुख्यमंत्री सोरेन ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि बोलियों के माध्यम से झारखंड का बिहारीकरण नहीं होने देंगे। मगही और भोजपुर झारखंड के लिए बॉरोड लैंग्वेज है। आंदोलनकारियों की छाती पर पैर रख, महिलाओं की इज्जत लूटते वक्त भोजपुरी में ही गाली दी जाती है।

भोजपुरी बोलने वाले बलात्कारी कैसे?
हेमंत सोरेन के बयान के बाद भाजपा ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। विधायक भानु प्रताप शाही ने एक प्रेसवार्ता आयोजित कर कहा कि किसी एक भाषा को बोलने वाले सारे लोग बलात्कारी कैसे हो सकते हैं। अगर, भोजपुरी और मगही बोलने वाले लोग बलात्कारी हैं तो सीएम इसकी लिस्ट दें और बताएं वे किसके-किसके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं। नमाज से शुरू हुआ उनका रास्ता कफन पर जाकर खत्म होगा।

बोली इतनी खराब तो आरजेडी के साथ गठबंधन क्यों
विधायक ने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन को अगर बिहार की बोली इतनी ही खराब लगती है तो उन्होंने आरजेडी के साथ गठबंधन क्यों किया है। वह उनके साथ सरकार कैसे चला रहे हैं।

विस्तार

मगही और भोजपुरी पर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के विवादास्पद बयान के बाद भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा के भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा है कि हेमंत सोरेन जाति, संप्रदाय और भाषा की राजनीति करना चाह रहे हैं। आरोप लगाया कि हिंदू का विरोध करते-करते वे हिंदी के विरोध पर पहुंच गए हैं।

दरअसल, पिछले दिनों मुख्यमंत्री सोरेन ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि बोलियों के माध्यम से झारखंड का बिहारीकरण नहीं होने देंगे। मगही और भोजपुर झारखंड के लिए बॉरोड लैंग्वेज है। आंदोलनकारियों की छाती पर पैर रख, महिलाओं की इज्जत लूटते वक्त भोजपुरी में ही गाली दी जाती है।

भोजपुरी बोलने वाले बलात्कारी कैसे?

हेमंत सोरेन के बयान के बाद भाजपा ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। विधायक भानु प्रताप शाही ने एक प्रेसवार्ता आयोजित कर कहा कि किसी एक भाषा को बोलने वाले सारे लोग बलात्कारी कैसे हो सकते हैं। अगर, भोजपुरी और मगही बोलने वाले लोग बलात्कारी हैं तो सीएम इसकी लिस्ट दें और बताएं वे किसके-किसके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं। नमाज से शुरू हुआ उनका रास्ता कफन पर जाकर खत्म होगा।

बोली इतनी खराब तो आरजेडी के साथ गठबंधन क्यों

विधायक ने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन को अगर बिहार की बोली इतनी ही खराब लगती है तो उन्होंने आरजेडी के साथ गठबंधन क्यों किया है। वह उनके साथ सरकार कैसे चला रहे हैं।

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