झारखंड : बाबा धाम समेत सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की दी अनुमति, दुर्गा पूजा पंडाल भी बन सकेंगे

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, रांची

द्वारा प्रकाशित: कुलदीप सिंह |
अपडेटेड बुध, 15 सितंबर 2021 04:28 AM IST

सार

झारखंड में धार्मिक स्थल पर संचालन से सभी संबंधित व्यक्ति जैसे पुजारी, पांडा, इमाम, पादरी इत्यादी का कम से कम एक वैक्नीन लगी होनी अनिवार्य है। ई पास के माध्यम से अधिकतम 100 व्यक्ति को ही एक घंटे में प्रवेश कर सकेंगें।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
– फोटो : PTI

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झारखंड में अब प्रशासन की और से धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत अनुमति दे दी गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार के निर्देश के बाद बाबा धाम समेत कई प्रमुख मंदिरों और आसपास के व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है। सोरेन की अध्यक्षता में मंगलवार को आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में इसके बारे में निर्णय लिया गया।

सरकार के फैसले के अनुसार, आदेश दिए गए है कि धार्मिक स्थल पर संचालन से सभी संबंधित व्यक्ति जैसे पुजारी, पांडा, इमाम, पादरी इत्यादी का कम से कम एक वैक्नीन लगी होनी अनिवार्य है। उसके बाद ही सभी धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं के प्रवेश की अनुमति प्रदान कर दी गई है।

प्रशासन की और से धार्मिक स्थल पर श्रद्धालुओं को 50 प्रतिशत क्षमता में एकत्रित होने की अनुमति दी गई है। जिलाधिकारी द्वारा चिन्हित धार्मिक स्थल जैसे देवघर स्थित बाबा धाम मंदिर इत्यादी में ई पास के माध्यम से अधिकतम 100 व्यक्ति को ही एक घंटे में प्रवेश कर सकेंगें।

अभी 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के प्रवेश पर रोक रहेगी। सामाजिक दूरी का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य किया गया है। किसी भी श्रद्धालु का मास्क के बिना प्रवेश नहीं होगा। लगातार मास्क लगाना जरूरी होगा।

बार और रेस्तरां को 11 बजे रात तक खोलने की अनुमति
इसके साथ ही सरकार ने कॉलेज में स्नातक और स्नातकोत्तर शिक्षा के सभी वर्ष की ऑफलाइन कक्षा की हरी झंडी दी गई। स्कूल में 6 से 8 तक ऑफलाइन कक्षा की अनुमति दी गई है। सभी खेलकूद की गतिविधियों की बगैर दर्शक के आयोजन की अनुमति दी गई।

सोरेन की अध्यक्षता वाली बैठक में ये लोग रहे उपस्थित
बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, प्रधान सचिव वित्त विभाग अजय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमिताभ कौशल, कृषि विभाग के सचिव अबु बकर सिद्दीकी शामिल हुए थे।

विस्तार

झारखंड में अब प्रशासन की और से धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत अनुमति दे दी गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार के निर्देश के बाद बाबा धाम समेत कई प्रमुख मंदिरों और आसपास के व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है। सोरेन की अध्यक्षता में मंगलवार को आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में इसके बारे में निर्णय लिया गया।

सरकार के फैसले के अनुसार, आदेश दिए गए है कि धार्मिक स्थल पर संचालन से सभी संबंधित व्यक्ति जैसे पुजारी, पांडा, इमाम, पादरी इत्यादी का कम से कम एक वैक्नीन लगी होनी अनिवार्य है। उसके बाद ही सभी धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं के प्रवेश की अनुमति प्रदान कर दी गई है।

प्रशासन की और से धार्मिक स्थल पर श्रद्धालुओं को 50 प्रतिशत क्षमता में एकत्रित होने की अनुमति दी गई है। जिलाधिकारी द्वारा चिन्हित धार्मिक स्थल जैसे देवघर स्थित बाबा धाम मंदिर इत्यादी में ई पास के माध्यम से अधिकतम 100 व्यक्ति को ही एक घंटे में प्रवेश कर सकेंगें।

अभी 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के प्रवेश पर रोक रहेगी। सामाजिक दूरी का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य किया गया है। किसी भी श्रद्धालु का मास्क के बिना प्रवेश नहीं होगा। लगातार मास्क लगाना जरूरी होगा।

बार और रेस्तरां को 11 बजे रात तक खोलने की अनुमति

इसके साथ ही सरकार ने कॉलेज में स्नातक और स्नातकोत्तर शिक्षा के सभी वर्ष की ऑफलाइन कक्षा की हरी झंडी दी गई। स्कूल में 6 से 8 तक ऑफलाइन कक्षा की अनुमति दी गई है। सभी खेलकूद की गतिविधियों की बगैर दर्शक के आयोजन की अनुमति दी गई।

सोरेन की अध्यक्षता वाली बैठक में ये लोग रहे उपस्थित

बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, प्रधान सचिव वित्त विभाग अजय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमिताभ कौशल, कृषि विभाग के सचिव अबु बकर सिद्दीकी शामिल हुए थे।

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