जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म: 16 लाख किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा सौर तूफान, जानिए इसका असर

एक शक्तिशाली सौर तूफान तेज गति से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। बताया जा रहा है कि यह धरती से टकरा सकता है। यह तूफान करीब 16 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की ओर बढ़ रहा है। यह सूर्य की सतह से पैदा हुआ एक शक्तिशाली तूफान है, जिसका पृथ्वी पर भारी प्रभाव पड़ सकता है।

स्पेसवेदर डॉट कॉम वेबसाइट के मुताबिक, इस सौर तूफान की उत्पत्ति सूर्य के वातावरण में हुई है, जिससे चुंबकीय क्षेत्र के प्रभुत्व वाले अंतरिक्ष का एक क्षेत्र काफी प्रभावित हो सकता है। इस तूफान को लेकर वैज्ञानिकों की ओर से चेतावनी जारी की गई है। यह लोगों से कहता है कि यदि आवश्यक न हो तो हवाई यात्रा से बचें, क्योंकि उपग्रह सिग्नल बाधित हो सकते हैं। इसका असर फ्लाइट्स, रेडियो सिग्नल्स, कम्युनिकेशन और मौसम में भी देखा जा सकता है।

जानिए यह कैसे नुकसान पहुंचा सकता है

जानकारी के मुताबिक, सौर तूफान पृथ्वी के बाहरी वातावरण को गर्म कर सकता है, जिसका सीधा असर उपग्रहों पर पड़ेगा। यह फोन के सिग्नल, सैटेलाइट टीवी और जीपीएस नेविगेशन को प्रभावित करेगा, उनके साथ हस्तक्षेप करेगा, जबकि बिजली लाइन में करंट पैदा करने की धमकी भी देगा। हालांकि, पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र इसके खिलाफ सुरक्षा कवच का काम करता है, इसलिए ऐसा होने की संभावना न के बराबर होती है।

पृथ्वी पहले भी सौर तूफानों का सामना कर चुकी है

इससे पहले साल 1989 में एक सौर तूफान के कारण कनाडा के क्यूबेक शहर में 12 घंटे तक बिजली गुल रही थी। उस दौरान लाखों लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. वहीं, वर्ष 1859 में एक भू-चुंबकीय तूफान आया था, जिसने यूरोप और अमेरिका में टेलीग्राफ नेटवर्क को तबाह कर दिया था।

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