जम्मू-कश्मीर चुनाव को लेकर कांग्रेस की बैठक: कैंडिडेट की पहली लिस्ट और गठबंधन पर चर्चा, इलेक्शन स्क्रीनिंग कमेटी के मेंबर मौजूद

  • Hindi News
  • National
  • Congress Meeting, Jammu And Kashmir, Elections, Rahul Gandhi, Mallikarjun Khadge

नई दिल्ली15 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के साथ जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के नेता मौजूद हैं।

जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर नई दिल्ली में कांग्रेस की बैठक चल रही है। यह बैठक उम्मीदवारों की पहली लिस्ट पर चर्चा के लिए बुलाई गई है। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के साथ कांग्रेस की इलेक्शन स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य भी मौजूद हैं। बैठक में चुनाव से पहले गठबंधन पर भी निर्णय लिया जा सकता है।

कांग्रेस ने 1 अगस्त को 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए अलग-अलग स्क्रीनिंग कमेटी बनाई थी। सुखविंदर सिंह रंधावा को जम्मू-कश्मीर, अजय माकन को हरियाणा, मधुसूदन मिस्त्री को महाराष्ट्र और गिरीश चोडनकर को झारखंड इलेक्शन कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था। जिग्नेश मेवाणी को हरियाणा कमेटी में जगह मिली थी।

बैठक की तीन फोटो…

बैठक में अजय माकन, सुखविंदर सिंह रंधावा और जिग्नेश मेवाणी मौजूद हैं।

बैठक में अजय माकन, सुखविंदर सिंह रंधावा और जिग्नेश मेवाणी मौजूद हैं।

बैठक में कांग्रेस के संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल भी मौजूद हैं।

बैठक में कांग्रेस के संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल भी मौजूद हैं।

बैठक में कांग्रेस महासचिव जीए मीर (बाएं से तीसरे) मौजूद हैं। वे जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं।

बैठक में कांग्रेस महासचिव जीए मीर (बाएं से तीसरे) मौजूद हैं। वे जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं।

NC का वादा- 370 बहाल करवाएंगे
उधर श्रीनगर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने अपना मेनिफेस्टो जारी किया। मेनिफेस्टो में आर्टिकल-370 और 35A की बहाली, 200 यूनिट मुफ्त बिजली और जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाने जैसी घोषणाएं की गई हैं।

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और NC के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मेनिफेस्टो जारी किया। उन्होंने कहा- अगर NC सत्ता में आती है तो पार्टी राज्य की राजनीतिक और कानूनी स्थिति की बहाली के लिए लड़ेगी। हम उन राजनीतिक कैदियों की रिहाई की मांग भी करते हैं, जो जघन्य अपराधों में शामिल नहीं हैं।

चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं उमर
आर्टिकल 370 हटने के बाद उमर अब्दुल्ला ने घोषणा की थी कि वे तब तक विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, जब तक जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस नहीं मिल जाता। हालांकि, अब वे अपने फैसले पर विचार कर रहे हैं।

विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद 16 अगस्त को उन्होंने से मीडिया से कहा कि पार्टी के अंदर चुनाव लड़ने का बहुत दबाव है। मैं अपने फैसले पर विचार कर रहा हूं। अपने पिता और पार्टी के नेताओं से चर्चा के बाद मैं इस पर फैसला लूंगा।

खबरें और भी हैं…