ग्लोबल सिटीजन LIVE में मोदी: प्रधानमंत्री बोले- जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी

3 घंटे पहले

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार रात वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ग्लोबल सिटीजन लाइव इवेंट को संबोधित किया। यह इवेंट 120 देशों में ब्रॉडकास्ट किया गया। मोदी ने कहा कि पिछले दो सालों से दुनिया महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। इस लड़ाई से हमें अनुभव मिला है कि एक साथ मिलकर हम चुनौतियों से कैसे निपट सकते हैं।

PM मोदी ने आगे कहा कि भारत अकेला G-20 देश है, जिसने जलवायु परिवर्तन को लेकर किए गए पेरिस समझौते का पालन किया है। हमें इस बात गर्व है कि भारत दुनिया को इंटरनेशनल सोलर अलायंस के बैनर तले लेकर आया है। भारत में डेवलपमेंट होने पर, मानवता का विकास अपने आप हो जाता है।

हर व्यक्ति पर होगा जलवायु परिवर्तन का असर
जलवायु परिवर्तन आज विश्व के सामने बड़ी चुनौती बनकर खड़ा है। दुनिया को इस बात को स्वीकार करना होगा कि जलवायु परिवर्तन का असर सबसे पहले हम पर ही होगा। क्लाइमेट चेंज से निपटने का सबसे अच्छा तरीका है कि हमें अपनी लाइफस्टाइल को प्रकृति के हिसाब से बदलना होगा।

कोरोनाकाल में 800 मिलियन लोगों को राशन बांटा
कोरोना महामारी के बाद से अब तक भारत में 800 मिलियन लोगों को राशन उपलब्ध कराया जा चुका है। भारत में एक और बड़ी योजना आकार ले रही है। भारत के हर घर में जल्द पीने के साफ पानी का कनेक्शन होगा। भारत सरकार आने वाली पीढ़ी के लिए करीब 1 ट्रिलियन डॉलर खर्च करने जा रही है।

कोरोना वॉरियर्स का महामारी के खिलाफ शानदार प्रदर्शन
मोदी ने कहा कि हमने इस सामूहिक भावना की झलक तब देखी जब हमारे कोरोना योद्धाओं, डॉक्टरों, नर्सों, चिकित्सा कर्मचारियों ने महामारी से लड़ने में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। हमने रिकॉर्ड समय में नए टीके बनाने वाले वैज्ञानिकों में यह भावना देखी। हमारे कोरोना योद्धाओं और डॉक्टरों को आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी।

हमें सरकारों को भागीदार समझना होगा
कोरोना के अलावा भी कई चुनौतियां बनी हुई हैं। सबसे बड़ी चुनौतियों में गरीबी है। गरीबों को सरकारों पर अधिक निर्भर बनाकर इसे लड़ा नहीं जा सकता। गरीबी से तब लड़ा जा सकता है, जब गरीब सरकारों को विश्वसनीय भागीदार के रूप में देखना शुरू कर दें।

गरीबों को सशक्त बनाने के लिए शक्ति का उपयोग हो
सरकारें उन्हें गरीबी से लड़ने के लिए बुनियादी ढांचा देंगीं। जब गरीबों को सशक्त बनाने के लिए शक्ति का उपयोग किया जाता है, तो उन्हें गरीबी से लड़ने की ताकत मिलती है। हमारे प्रयासों में बैंकिंग का उपयोग न करने वाले लोगों को बैंकिंग से जोड़ना, लाखों लोगों को सामाजिक सुरक्षा कवरेज देना, 500 मिलियन भारतीयों को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा देना शामिल है। भारत में एक और जन आंदोलन हो रहा है, हर घर में पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराना है। अगली पीढ़ी के बुनियादी ढांचे के लिए सरकार एक ट्रिलियन डॉलर से अधिक खर्च कर रही है।

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