गोवा में कार्गो शिप में लगी आग काबू: 1 क्रू मेंबर की मौत; हेलिकॉप्टर्स से केमिकल छिड़ककर बुझाई गई आग

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पणजीकुछ ही क्षण पहले

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इस शिप में बेंजीन और सोडियम सायनेट जैसे खतरनाक कार्गो रखे थे, हालांकि इस हिस्से तक आग नहीं पहुंची।

गोवा के तट के पास मर्चेंट नेवी के शिप में 19 जुलाई को लगी आग पर काबू पा लिया गया है। इंडियन कोस्ट गार्ड अधिकारी ने बताया कि जहाज पर 22 क्रू मेंबर्स थे, जिनमें से एक की मौत हो गई है। फिलहाल किसी की जिंदगी खतरे में नहीं है।

1,154 कंटेनर्स लेकर गुजरात के मुंद्रा से श्रीलंका के कोलंबो जा रहे रहे एमवी मेर्स्क फ्रैंकफर्ट शिप में गोवा के तट से 102 नॉटिकल मील दूर आग लग गई थी। इसमें बेंजीन और सोडियम सायनेट जैसे खतरनाक कार्गो रखे थे।

इंडियन कोस्ट गार्ड के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल मनोज भाटिया ने कहा कि शुक्रवार को हेलिकॉप्टर्स की मदद से ड्राई केमिकल पाउडर शिप पर डाला गया, जिसकी वजह से आग पर काबू पाने में मदद मिली। शिप के जिस हिस्से में खतरनाक कार्गो रखा था वहां आग नहीं लगी थी।

जहाज में शुक्रवार को गोवा के समुद्र में आग लगी थी।

जहाज में शुक्रवार को गोवा के समुद्र में आग लगी थी।

आग बुझाने का काम अब भी जारी
मनोज भाटिया ने कहा कि फायरफाइटिंग ऑपरेशन जारी है, हालांकि आग पर काबू पा लिया गया है। कुछ हिस्सों में अब भी आग लगी हुई है। चार जहाज आग बुझाने में मदद कर रहे हैं और हेलिकॉप्टर्स से भी लगातार सॉर्टी की जा रही है।

उन्होंने बताया कि ICG इस शिप को तट से दूर रख रहा है। राज्य सरकार की एजेंसियों को कहा गया है कि ऑयल पॉल्यूशन के चलते होने वाली किसी भी तरह की इमरजेंसी के लिए तैयार रहें। हमने सभी संबंधित राज्यों को वॉर्निंग दी है ताकि प्रदूषण फैलने की स्थिति में डिजास्टर कंटिंजेंसी प्लान को लागू किया जा सके।

कंटेनर जहाज गुजरात से निकला था। इसे 21 जुलाई को श्रीलंका के कोलंबो पहुंचना था।

कंटेनर जहाज गुजरात से निकला था। इसे 21 जुलाई को श्रीलंका के कोलंबो पहुंचना था।

शॉट सर्किट के चलते शिप पर आग लगी
रिपोर्ट्स के मुताबिक शिप पर शॉट सर्किट की वजह से लगी आग की वजह से विस्फोट हुआ था। आग तेजी से डेक पर फैली गई। जिससे कंटेनरों में विस्फोट हो गया। शिप के चालक दल में 22 सदस्य शामिल थे। जिनमें फिलीपींस के 17, यूक्रेन के 2, रूस और मोटेन्ग्रो के एक-एक लोग शामिल थे।