गाय, गोबर, मूत्र अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकते हैं, एमपी सीएम शिवराज कहते हैं

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार ने गौ अभ्यारण्य और आश्रय स्थल विकसित किए हैं, लेकिन यह अकेले काम नहीं करेगा और इसमें समाज की भागीदारी की आवश्यकता है। (छवि: न्यूज18/फाइल)

चौहान ने कहा कि पशु चिकित्सकों और विशेषज्ञों को परिणामोन्मुखी काम करना चाहिए कि कैसे छोटे किसानों और पशुपालकों के लिए गाय पालन एक लाभदायक व्यवसाय बन सकता है।

  • पीटीआई
  • आखरी अपडेट:नवंबर 13, 2021, 11:47 अपराह्न IS
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि गाय के साथ-साथ उसका गोबर और मूत्र किसी व्यक्ति की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकता है और देश को आर्थिक रूप से सक्षम बना सकता है।

भारतीय पशु चिकित्सा संघ द्वारा आयोजित महिला पशु चिकित्सकों के एक सम्मेलन ‘शक्ति 2021’ में उन्होंने कहा, सरकार ने गाय अभयारण्य और आश्रय विकसित किए हैं, लेकिन यह अकेले काम नहीं करेगा और समाज की भागीदारी की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, “अगर हम चाहें तो अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकते हैं और गायों, उनके गोबर और मूत्र के माध्यम से देश को आर्थिक रूप से सक्षम बना सकते हैं। एमपी के श्मशान घाट लकड़ी के उपयोग को कम करने के लिए गौकस्थ (गाय के गोबर से बने लॉग) का उपयोग कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सकों और विशेषज्ञों को परिणामोन्मुख कार्य में संलग्न होना चाहिए कि कैसे छोटे किसानों और पशुपालकों के लिए गाय पालन एक लाभदायक व्यवसाय बन सकता है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि गुजरात के ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में महिलाएं गाय पालन से जुड़ी हैं और इसके परिणामस्वरूप डेयरी व्यवसाय की सफलता भी हुई है। रूपाला ने केंद्र से इस क्षेत्र में उद्यमिता चुनने वाली महिला पशु चिकित्सा स्नातकों की मदद करने का आग्रह किया।

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