कॉनकॉर ने खाली बॉक्स को फिर से लगाने के लिए रेल भाड़े पर वॉल्यूम-आधारित छूट शुरू की

राज्य के स्वामित्व वाली कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (कॉनकॉर) ने निर्यात के लिए कंटेनरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए खाली कंटेनरों की स्थिति के लिए रेल भाड़े पर वॉल्यूम-आधारित छूट की शुरुआत की है।

कॉनकोर ने कहा कि विभिन्न गेटवे बंदरगाहों से खाली कंटेनरों को रेल माल ढुलाई पर 50 प्रतिशत की छूट के साथ आंतरिक टर्मिनलों तक पहुंचाने की मौजूदा योजना अगले साल 31 मार्च तक जारी रहेगी।

कंपनी ने एक व्यापार नोटिस में कहा कि इस योजना को अब विभिन्न पोर्टसाइड कॉनकोर कंटेनर फ्रेट स्टेशनों (सीएफएस) से अन्य अंतर्देशीय कंटेनर डिपो (आईसीडी) में निर्यात उद्देश्यों के लिए खाली कंटेनरों के पुनर्स्थापन तक बढ़ा दिया गया है।

योजना के तहत प्रति माह 15,000 से अधिक बीस फुट समकक्ष इकाइयों (टीईयू) खाली कंटेनरों की पेशकश करने वाली शिपिंग लाइनों को रेल भाड़े पर 100 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।

प्रति माह 10,000 से अधिक टीईयू और 15,000 टीईयू तक खाली कंटेनरों की पेशकश करने वाली लाइनों को रेल भाड़े पर 75 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।

कॉनकोर ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य व्यापार के लिए खाली कंटेनरों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करना है ताकि उनकी निर्यात प्रतिबद्धताओं को पूरा किया जा सके, निर्यात को बढ़ावा दिया जा सके और रसद लागत को कम किया जा सके।

नोटिस में कहा गया है कि नई योजना 1 सितंबर से प्रभावी हुई है और अगले साल 31 मार्च तक वैध रहेगी।

वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान के मद्देनजर निर्यात के लिए खाली कंटेनरों की भारी कमी से भारत के निर्यातक प्रभावित हुए हैं।

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