किसान का ‌BJP मंत्री के हाथों सम्मान लेने से इनकार: शुगर मिल में बनवारी लाल की मौजूदगी में किसान बोला- यह आंदोलन में शहीदों का अपमान होगा

सोनीपत2 घंटे पहले

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किसान सुरेंद्र लठवाल को हाथ पकड़कर स्टेज से नीचे उतारते सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल के सुरक्षाकर्मी।

हरियाणा के गोहाना में गुरुवार को एक किसान ने सहकारिता मंत्री डाॅ. बनवारी लाल के हाथों सम्मान लेने से इनकार कर दिया। सहकारिता मंत्री गोहाना की चौधरी देवीलाल सहकारी चीनी मिल में पिराई सत्र का शुभारंभ करने के बाद अधिक गन्ना लाने वाले किसानों को सम्मानित कर रहे थे। इसी दौरान सुरेंद्र लठवाल नामक किसान ने उनके हाथ से सम्मान लेने से मना कर दिया। किसान का कहना था कि अगर उसने मंत्री से सम्मान लिया तो यह आंदोलन में शहीद हुए किसानों का अपमान होगा। इस घटना से समारोह का माहौल असहज हो गया। इसके बाद मंत्री के सुरक्षाकर्मियों ने किसान सुरेंद्र लठवाल को नीचे उतार दिया।

सुरेंद्र लठवाल बिना सम्मान लिए ही चले गए।

गोहाना चीनी मिल में पिराई सत्र के शुभारम्भ के बाद मिल प्रबंधन ने पिछले सत्र 2020-21 में सबसे ज्यादा गन्ना लाने वाले किसानों और ट्रैक्टर चालकों को सम्मानित करने का प्रोग्राम रखा था। सम्मानित होने वालों की लिस्ट में गोहाना तहसील के सिरसाढ गांव के किसान सुरेंद्र लठवाल का भी नाम था। पिराई सीजन 2020-21 में मिल गेट पर 17635 क्विंटल गन्ना पहुंचा कर सुरेंद्र लठवाल सबसे अधिक गन्ना पहुंचाने वाले किसानों में तीसरे नंबर पर रहे। इस नाते लठवाल को सम्मान भी तीसरे नंबर पर ही मिलना था। दो किसानों के सम्मानित होने के बाद जब नाम पुकारा गया तो सुरेंद्र लठवाल मंच पर पहुंचे। वहां जैसे ही मंत्री बनवारी लाल सम्मान देने लगे, तो सुरेंद्र लठवाल ने यह कहते हुए उसे ठुकरा दिया कि हरियाणा का किसान धरनों में शहीद हो रहा है। ऐसे में अगर उसने यहां भाजपा के मंत्री के हाथों सम्मान लिया तो यह शहीद किसानों का अपमान होगा।

गोहाना शुगर मिल में पेराई सत्र का शुभारंभ करते सहकारिता मंत्री व अफसर।

गोहाना शुगर मिल में पेराई सत्र का शुभारंभ करते सहकारिता मंत्री व अफसर।

डीसी या दूसरे अधिकारी देते तो ले लेता

सुरेंद्र लठवाल द्वारा मंत्री के हाथों सम्मान लेने से इनकार करते ही मंच पर बैठे लोग अवाक रह गए। एकबारगी माहौल भी तनावपूर्ण हो गया। उसी समय मंत्री के सुरक्षाकर्मियों ने सुरेंद्र लठवाल का हाथ पकड़कर उन्हें स्टेज से नीचे उतार दिया। सुरेंद्र लठवाल ने कहा कि मंत्री की जगह अगर डीसी, चीनी मिल के एमडी या दूसरे अधिकारी सम्मानित करते तो वह सम्मान ले लेता। सुरेंद्र लठवाल सम्मान में मिलने वाली रकम यह कहते हुए ठुकराकर चले गए कि उनके नाम से यह रकम शुगर मिल को दान कर दी जाए।

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