किसानों और करनाल प्रशासन की मीटिंग हुई असफल: दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे पर कल करनाल में दोनों तरफ से ‘नो एंट्री’; बसताड़ा टोल पर लाठीचार्ज के विरोध में अनाज मंडी में महापंचायत कर किसान घेरेंगे सचिवालय

करनालएक घंटा पहले

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हरियाणा के करनाल जिले में सचिवालय के सभागार में सोमवार को भाकियू व प्रशासन की 7 सितंबर के आंदोलन को लेकर बैठक हुई। एक घंटा चली बैठक बेनतीजा रही। बैठक में डीसी निशांत कुमार यादव, एसपी गंगाराम पुनिया, भाकियू प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी, जगदीप ओलख जिला प्रधान समेत 6 सदस्य मौजूद रहे। गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि प्रशासन केवल मृतक के बेटे को डीसी रेट पर नौकरी देने का ऑफर किया। इसके अलावा अन्य मांगों पर कोई चर्चा नहीं की। ऐसे में प्रशासन के साथ मांगों पर कोई सहमति नहीं बनी है। वे 7 सितंबर को करनाल की अनाज मंडी में इकट्ठा होंगे। वहां से प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचेंगे और सचिवालय का घेराव करेंगे। वहीं आंदोलन को देखते हुए प्रशासन की तरफ से चंडीगढ़ व दिल्ली से आने वाले वाहनों का रास्ता डायवर्ट किया गया है। सचिवालय एरिया में धारा-144 लगा दी गई है। उधर किसानों ने अपने-अपने एरिया से करनाल में पहुंचने की पूरी योजना तैयार कर ली है।

उपायुक्त ने जारी की एडवाइजरी
जिलाधीश निशांत कुमार यादव ने आदेश जारी किए हैं कि 7 सितम्बर को करनाल की नई अनाज मंडी में किसानों द्वारा महापंचायत का आह्वान किया गया है। इस आह्वान को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 (जीटी रोड / दिल्ली चंडीगढ़ हाईवे) का यातायात करनाल जिला की सीमा में बाधित हो सकता है। इसलिए आमजन को सलाह दी जाती है कि जरूरी होने पर ही करनाल जिले की सीमा में इस मार्ग का प्रयोग करें। यदि आवश्यक कार्यवश इस मार्ग का प्रयोग करना पड़े व कहीं मार्ग किसी भी कारण से अवरूद्ध हो तो सर्वसाधारण की सेवा के लिए जिला प्रशासन व पुलिस द्वारा वैकल्पिक मार्ग बनाए गए हैं, जिनका प्रयोग किया जा सकता है। यदि मार्ग में किसी प्रकार की कोई बाधा हो तो थाना प्रबंधक यातायात, मोबाइल नम्बर-9729990722 व इंचार्ज सिटी ट्रैफिक, मोबाइल नम्बर- 9729990723 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

रास्ता बंद होने से परेशान लोग दूसरा रास्ता देखते हुए।

रास्ता बंद होने से परेशान लोग दूसरा रास्ता देखते हुए।

सचिवालय का अनिश्चित काल के लिए होगा घेराव
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि प्रदेश की सरकार किसानों की बातों को लगातार अनसुना कर रही है। किसानों की मांगों को केंद्र सरकार तक पहुंचाने की बजाए, उन पर लाठीचार्ज कर रही है। लगातार करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज हुआ है। जबकि अन्य स्थानों पर ऐसा नहीं हो रहा है। ये सरकार के इशारे पर हुई होगी। कल की महापंचायत के लिए भाकियू ने पूरी तैयारी कर ली है। पंचायत के बाद सचिवालय का अनिश्चित काल के लिए घेराव किया जाएगा।

बसताड़ा टोल पर दरी बिछाकर धरना देते किसान।

बसताड़ा टोल पर दरी बिछाकर धरना देते किसान।

प्रदेश के किसान संगठन दिखाएंगे एकजुटता

वहीं घरौंडा महापंचायत में एक फैसला हरियाणा के सभी किसान संगठनों के एकजुट होने के संबंध में था। हरियाणा के संगठनों के एक मंच पर आकर अपने मुद्दों पर चर्चा करने और एक मांगपत्र संयुक्त मोर्चा के सामने रखने पर सहमति बनी थी। ऐसे में हरियाणा के किसान संगठनों में फूट की बात एक बार फिर सामने आई। हालांकि चढूनी का कहना था कि संयुक्त किसान मोर्चा जो भी आदेश करेगा, उसका पालन किया जाएगा। आगे से प्रदेश का कोई भी किसान संगठन आंदोलन को अलग-अलग नहीं चलाएगा।

घरौंडा अनाज मंडी में हुई महापंचायत में पहुंचकर चढ़ूनी ने किया था प्रदर्शन का ऐलान।

घरौंडा अनाज मंडी में हुई महापंचायत में पहुंचकर चढ़ूनी ने किया था प्रदर्शन का ऐलान।

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