कर्नाटक में BJP-JDS का गठबंधन नहीं: पूर्व CM कुमारस्वामी ने येदियुरप्पा के दावे को नकारा; कहा- सीट शेयरिंग पर कोई चर्चा नहीं हुई

बेंगलुरुएक मिनट पहले

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2024 के लोकसभा चुनावों के लिए कर्नाटक में बीजेपी और JDS अभी साथ नहीं आए हैं। शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री और JDS नेता एचडी कुमारस्वामी ने भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा के साथ आने वाले बयान को नकार दिया।

उन्होंने कहा- यह उनकी निजी प्रतिक्रिया है। अभी तक दोनों दलों में सीट शेयरिंग के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है। हम 2 या 3 बार मिले हैं, लेकिन अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।

कुमारस्वामी बोले- कांग्रेस राज्य को लूट रही
कुमारस्वामी ने गठबंधन को लेकर भी अपना रुख साफ किया। उन्होंने कहा कि हम साथ आ रहे रहे हैं या नहीं बाद में देखते हैं। लेकिन राज्य के लोगों को हमारे (दोनों दल) साथ आने की जरूरत है क्योंकि कांग्रेस राज्य को लूट रही है। उन्हें विकल्प की जरूरत है।

मैंने 2006 में भाजपा से हाथ मिलाया था। मेरे 20 महीने के काम के कारण राज्य में एक अच्छी छवि (गुडविल) बनी हुई है।

एक दिन पहले येदियुरप्पा ने 4 सीट पर सहमति की बात कही थी
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साल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के नेतृत्व वाली NDA को जनता दल सेक्युलर (JDS) का साथ मिला है। कर्नाटक के पूर्व मुख्‍यमंत्री और भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने 8 सितंबर को बताया कि JDS लोकसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ेगी। उन्होंने बताया कि गृहमंत्री अमित शाह (JDS) को लोकसभा की 4 सीटें देने पर सहमत हो गए हैं। हालांकि, पहले JDS कर्नाटक की 28 सीटों में से पांच सीटें मांग रही थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री और JDS सुप्रीमो एच.डी. देवेगौड़ा ने अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से मुलाकात की। जिसमें दोनों पार्टियों के साथ आने पर सहमति बनी। JDS कर्नाटक की मांड्या, हासन, बेंगलुरु (ग्रामीण) और चिकबल्लापुर सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है। अभी यह पता नहीं चला है कि बीजेपी JDS को कौंन सी सीटें देने पर राजी हुई है।

जेडीएस नेता प्रज्वल ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार अरकलागुडु मंजू को हासन सीट से हराया था।

जेडीएस नेता प्रज्वल ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार अरकलागुडु मंजू को हासन सीट से हराया था।

अगर साल 2019 के चुनावी आंकड़ों पर नजर डालें तो JDS सिर्फ हासन सीट पर जीत पाई थी। जबकि मांड्या, बेंगलुरु (ग्रामीण) और चिकबल्लापुर सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी।

हासन से पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना ने चुनाव जीता था, लेकिन 1 सितंबर को कर्नाटक हाईकोर्ट ने उनकी सांसदी रद्द कर दी थी। कोर्ट ने कहा कि उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में इलेक्शन कमीशन को हलफनामे में गलत जानकारी दी थी। उन्होंने अपनी 24 करोड़ से अधिक की इनकम छिपाई थी। प्रज्वल साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जीतने वाले पार्टी के एकमात्र सांसद थे।

हासन की सांसदी रद्द होने के बाद अब लोकसभा में JDS के पास कोई सदस्य नहीं है। बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में जेडीएस को 9.67% वोट मिले थे। वहीं, विधानसभा चुनाव में JDS ने 19 सीटें जीती थीं और पार्टी को 13.29% वोट मिले थे।

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