करनाल4 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
करनाल में आपस में भिड़ते कांग्रेसी कार्यकर्ता।
हरियाणा के करनाल में कांग्रेस की जिला स्तरीय बैठक के दौरान स्टेट ऑब्जर्वर की मौजूदगी में हुड्डा-सुरजेवाला के समर्थक भिड़ गए। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर लात और घूंसे चले। काफी हंगामे के बाद दोनों पक्षों को शांत किया गया। जिसके बाद हुड़्डा गुट के लोग मीटिंग में चले गए, लेकिन रणदीप सुरजेवाला ग्रुप के लोग रेस्ट हाउस के बाहर खड़े होकर नारेबाजी करते रहे।
आज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कॉर्डिनेटर योगराज भदौरिया, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कॉर्डिनेटर जरनैल सिंह व SL शर्मा सुबह 10 बजे PWD रेस्ट हाउस करनाल में पहुंचे। यहां पर जिले भर से सभी गुटों के नेता पहुंचे, लेकिन यहां वहीं हुआ जो कल जींद में हुआ था।
एक दूसरे से भिड़ते हुड्डा और सुरजेवाला गुट के कार्यकर्ता।
बैठक में पहुंचे सभी गुटों के लोग
बैठक में पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला गुट और दूसरे कांग्रेसी पहुंचे थे। सुरजेवाला गुट के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यहां पहुंचते ही नारेबाजी शुरू कर दी। सुरजेवाला समर्थकों ने ऑब्जर्वर वापस जाओ के नारे लगाते हुए कहा कि उन्हें कांग्रेस की मीटिंग की जानकारी ही नहीं दी गई थी।
इन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि वह बाप-बेटे की नहीं चलने देंगे।
पूर्व विधायक ने किया विरोध तो चले लात घूंसे
नारेबाजी के दौरान हुड्डा ग्रुप में पूर्व विधायक राकेश कंबोज ने इसका विरोध किया तो दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई और देखते ही देखते दोनों गुट आपस में भीड़ गए। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर लात घूंसे चले। करीब 20 मिनट तक दोनों पक्षों में गहमागहमी होती रही है।
सुरजेवाला गुट के लोग नारेबाजी करते हुए।
बाद में हुड्डा ग्रुप गया बैठक में इसके बाद मौके पर मौजूद सीनियर नेताओं ने दोनों गुटों को शांत किया। हुड्डा ग्रुप से राकेश कंबोज अपने समर्थकों के साथ बैठक में चले गए, लेकिन सुरजेवाला ग्रुप बाहर खड़े होकर गो-बैक ऑब्जर्वर के नारे लगा रहे हैं। साथ ही नारा लगा रहे है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा की नहीं चलने दी जाएगी।
बाप बेटे ने बनाए ऑब्जर्वर
सुरजेवाला गुट के ओम प्रकाश सलुजा ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र ने ही ऑब्जर्वर बनाए हैं। कांग्रेस के दूसरे नेताओं का इसमें कोई रोल नहीं है। नारे लगाने वाले कार्यकर्ता कांग्रेस के खिलाफ नहीं है। वह राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ हैं। वहीं उन्होंने पूर्व विधायक राकेश कंबोज पर मुक्का मारने की आरोप लगाए।