आने वाले बच्चों का टीकाकरण न करें! बायोलॉजिकल-ई को 2/3 स्टेज ट्रायल के लिए मिली मंजूरी

बायोलॉजिकल-ई के कोरोला वैक्सीन कोरवेवैक्स को अगले चरण के परीक्षण के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया द्वारा अनुमोदित किया गया था। हैदराबाद स्थित संस्था कोरोना टीका इस बार देश में 2/3 स्टेज ट्रायल शुरू कर सकेगी। इससे पहले केंद्र ने दावा किया था कि बायोलॉजिकल-ई की कोरोना वैक्सीन अक्टूबर तक बाजार में उपलब्ध हो जाएगी। यह ट्रायल 5 से 18 साल के बच्चों पर होगा।

कंपनी के अनुसार, इस टिकर परीक्षण में वयस्कों ने पहले ही अच्छे परिणाम दिखाए हैं। पूरी तरह से भारतीय तकनीक से बनी यह जैविक वैक्सीन कोरोना के खिलाफ करीब 90 फीसदी काम करने में सक्षम है।




बायोलॉजिकल-ई से बना यह वैक्सीन मूल रूप से एक प्रकार का आरडीबी प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। अधिकारियों का कहना है कि अगले कुछ महीनों में वैक्सीन आम जनता के लिए उपलब्ध हो जाएगी। वैक्सीन का परीक्षण पहले ही एक राष्ट्रीय विशेषज्ञ टीम द्वारा किया जा चुका है। केंद्र पहले ही भारतीय कंपनी बायोलॉजिकल-वाई के साथ कोरोना वैक्सीन की 30 करोड़ खुराक खरीदने के लिए एक समझौते को अंतिम रूप दे चुका है। हैदराबाद की कंपनी दिसंबर तक वैक्सीन मुहैया कराएगी।

इससे पहले दिन में, नीति आयोग के एक सदस्य वीके पाल ने कहा कि जैविक टीका अक्टूबर में जारी किया जा सकता है। इस टिकर का वर्तमान में वयस्कों पर तीसरे चरण का परीक्षण चल रहा है। परीक्षण के परिणाम सत्यापित होने के बाद ही टीकाकरण को तत्काल आधार पर अनुमोदित किया जा सकता है।

.

Leave a Reply