आतंकी हमले के 8 महीने बाद भी न्याय नहीं: पीड़ित परिवार बोले- धरना देंगे; राजौरी में जनवरी में हुए हमले में 7 की मौत हुई थी

जम्मू कश्मीर3 घंटे पहले

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जनवरी में हमले में सरोज बाला के दो बेटों की मौत हुई थी। उन दोनों का नाम दीपक और प्रिंस था।

जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के धांगरी गांव में आतंकियों ने 1 जनवरी को गोलीबारी की थी। इस हमले में 7 लोग मारे गए थे। इस घटना में मृतकों के परिवारों को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है। मरने वालों के परिवारवालों ने आरोपियों को सजा ना मिलने पर 4 सितंबर को धरना देने का कहा है।

इस मामले में जम्मू के पुलिस मीडिया सेंटर ने सोशल मीडिया एक्स पर जवाब दिया। उन्होंने कहा- हमले में शामिल दो आतंकियों को मार दिया था और दो लोगों को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने गिरफ्तार कर लिया था।

हमले में 7 लोग मरे, 13 घायल

इस हमले में 7 लोग मारे गए थे और 13 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। 1 जनवरी को गोलीबारी हुई थी, जिसमें 5 लोग मारे गए। आतंकी एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) भी छोड़ गए थे। IED अगले दिन 2 जनवरी को फटा था, जिसमें दो लड़कों की जान गई।

इस हमले में सरोज बाला ने अपने दो बेटों को खोया था। सरोज ने एक वीडियो जारी कर लोगों से मुरादाबाद में जम्मू-पुंछ नेशनल हाई-वे पर धरना प्रदर्शन करने को कहा है। यह विरोध प्रदर्शन सुरक्षा एजेंसियों के एक्शन लेने में देरी के खिलाफ होगा।

हमले के 8 महीने बाद भी न्याय नहीं मिल पाया

यह फोटो जनवरी में हुए हमले के मृतकों के अंतिम संस्कार की है।

यह फोटो जनवरी में हुए हमले के मृतकों के अंतिम संस्कार की है।

सरोज बाला ने मुरादपुर बथुनी, कल्लार, चिंगस और नौशेरा का दौरा किया था। उन्होंने कहा- लोगों का सपोर्ट लेने के लिए शनिवार और रविवार को यानी 2 और 3 सितंबर को जिले के दूसरे हिस्सों में भी जाउंगी। हमले को 8 महीने हो गए है पर अभी भी न्याय नहीं मिल पाया है। इसलिए हम 4 सितंबर को धरना प्रदर्शन करेंगे।

बच्चों की जान के बदले मुआवजा काफी नहीं

सरोज ने यह भी बताया कि सरकार ने मरने वालों के परिवारों को 10 लाख रुपए और नौकरी दी है। हमें यह सब नहीं चाहिए। हमारे बच्चों की जान के बदले में कोई भी मुआवजा काफी नहीं है।

मरने वालों के परिवार पहले भी विरोध प्रदर्शन कर चुके है।

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