आतंकी गतिविधियों के बीच लुधियाना में शरारतपूर्ण हरकत: बघौर गांव के गेट और माइलस्टोन पर लिखे खालिस्तान समर्थक नारे, देश के लिए शहीद हुए सिपाही प्रगट सिंह के नाम पर बना है गांव का गेट

लुधियाना4 मिनट पहले

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लुधियाना जिले के गांव बघौर में गेट पर लिखे खालिस्तान समर्थक नारों को मिटाता एक जागरूक ग्रामीण।

अमृतसर में आतंकियों के पकड़े जाने, जलालाबाद में बाइक में ब्लास्ट की घटनाओं के साथ ही पंजाब में और भी देशविरोधी हरकत सामने आई है। लुधियाना जिले के गांव बघौर में माइलस्टोन और गेट पर शरारती तत्वों ने खालिस्तान समर्थक नारे लिख डाले हैं। पता चलते ही तुरंत हरकत में आते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

गांव के ही निवासी अमित मोदगिल ने बताया कि वह जैसे ही सुबह किसी काम के सिलसिले में घर से बाहर निकले और गांव के बाहर वार आए तो उन्होंने देखा कि शहीद सिपाही प्रगट सिंह के गेट पर और गांव के नाम लिखे मालस्टोन पर कुछ नारे लिखे हुए हैं। जब वह नजदीक पहुंचे तो देखा कि वहां पर लिखा हुआ था कि पंजाब हल खालिस्तान, एसएफजे यानि सिख फार जस्टिस लिखा हुआ था। उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी तो मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शूरू कर दी है। ग्रामीणों की तरफ से इन सलोगनों को मिटा दिया गया है।

गांव बघौर के प्रवेशद्वार पर लिखे खालिस्तान समर्थक नारे।

गांव बघौर के प्रवेशद्वार पर लिखे खालिस्तान समर्थक नारे।

देहात लुधियाना पुलिस ने जांच करते हुए आपराधिक मामला दर्ज कियसा है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। गांव निवासी अमित मोदगिल के अनुसार हमारे गांव में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है, जो इस तरह का घटनाक्रम करे। किसी ने रात के अंधेरे में इस तरह की कार्रवाई की है। गांव के लोग भी इसका पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं। दूसरी तरफ डीएसपी एचएस खहिरा का कहना है कि मामले को गंभीरता से लिया गया है और हम जल्द ही आरोपियों की तलाश कर उन्हें गिरफ्तार कर लेंगे।

गांव के माइलस्टोन पर लिखे सिख रेफ्रेंडम 2020 संबंधी स्लोगन।

गांव के माइलस्टोन पर लिखे सिख रेफ्रेंडम 2020 संबंधी स्लोगन।

एसएफजे को सरकार ने रखा है प्रतिबंधित
बता दें कि विदेश से आपरेट हो रहे सिखस फार जस्टिस को पंजाब में गैर कानूनी करार दिया गया है। इसे चलाने वाले गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ पहले ही मुख्यमंत्री को धमकाने का मामला दर्ज है। वह व्यॉस मैसेज छोड़कर यहां से युवाओं को भड़काता है और देश विरोधी कार्रवाईयां करने के लिए पैसों की आफर भी करता है। उसके बहकावे में आकर युवा इस तरह की कार्रवाईयों का अंजाम देते हैं।

सुरक्षा एजेंसियां भी हैं आलर्ट पर
पहले भी अलग अलग जगहों पर इस तरह की कार्रवाई करने में लुधियाना के युवकों के नाम आ चुके हैं। यहां के एक एसडीएम कार्यालय पर केसी झंडा लहराने, मोगा सचिवालय पर झंडा लहराने के मामले में भी लुधियाना के ही युवकों का नाम सामने आया था और उन्हें दिल्ली से गिरफ़तार भी किया गया था। उनके पास से पिस्तौल भी बरामद हुए थे। इसके बाद अब गांव में इस तरह से स्लोगन लिखे मिलना गंभीर चिंता का विषय है।

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